साहित्य एक नज़र , कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिका , अंक -1 , मंगलवार , 11/05/2021


साहित्य एक नज़र

( कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिका )


Sahitya Eak Nazar

সাহিত্য এক নজর


अंक -1

11/05/2021

मंगलवार

वैशाख कृष्ण 15 संवत 2078

पृष्ठ - 1

कुल पृष्ठ - 4

वैशाख कृष्ण 15 संवत 2078





https://online.fliphtml5.com/axiwx/uxga/?1620796734121#p=3


http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/1-11052021.html


अंक -2
http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/2-12052021.html

फेसबुक ग्रुप :-
https://www.facebook.com/groups/1113114372535449/permalink/1113238562523030/

https://www.facebook.com/groups/1113114372535449/permalink/1113240165856203/

प्रधानमंत्री को सादर निवेदन
*****************************

थाली-कटोरा बजाना भी जागरूकता के लिए हम अच्छा ही माने और लाभ भी यह हुआ कि लोग समग्र रुप से कोरोना के प्रति सतर्क हुए एवं बचने के नियमों को रुचिपूर्वक पालन किए , फलतः पिछले वर्ष हमलोगों ने अपेक्षाकृत कोरोना को परास्त कर दिया था। परन्तु इस वर्ष घनघोर लापरवाही वरती गई और इसमें सबसे अधिक जिम्मेदार शीर्ष नेतृत्व है , पुनः जनता ।

परन्तु हम इसबार प्रधानमंत्री से एक अनुरोध करना चाहूंगा, कारण अगर वहां से यह योजनाबद्ध तरीके से आह्वान होगा तो न सिर्फ भारतवर्ष के लोग , बल्कि संसार के लोक इसका अनुकरण कर सकते हैं, और सारी पृथ्वी पर इसका जबरदस्त लाभकारी प्रभाव पड़ सकता है और आॅक्सीजन लेबल भी तत्काल बढ जाएगा। जी हां , हम हवन का बात कर रहे हैं , कुछ दिन पहले भी किए थे कि १४ मई अर्थात अक्षय तृतीया को सब अपने-अपने घर कम से कम शुद्ध गाय के घी से ही आम के लकड़ी अथवा देशी गाय के गोबर के उपले पर हवन करें , सनातनी तो करे हीं , उपचार का रुप मानकर चाहे तो गैर सनातनी भी कर सकते हैं। एक दिन एक साथ सारे पृथ्वी पर सभी के घर-घर हवन होगा तो निश्चय ही चमत्कारी परिवर्तन होंगे। इसे अभी के तथाकथित विज्ञानी भी नहीं नकार सकते हैं। लेकिन यह इतने व्यापक स्तर पर मेरे कहने से नहीं होगा , यह प्रधानमंत्री ही कर सकते हैं और यह किया जा सकता है ?

यद्यपि हमें ज्ञात है कि यह होगा नहीं , फिर आप सब सोच रहे होंगे कि यह पोस्ट मैंने क्यों लिखा , तो मैंने इसलिए लिखा की जब फेसबुक पर अभी कुछ भी लिखा जा रहा है तो हम क्यों न लिखकर पछताते रहें जो मन में आया परन्तु नहीं लिखा , क्या जाता है लिखने में , और उस समय जब सबके सब प्रतिदिन अपना ज्ञान बांटना ही अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझ रहें हैं तो हम क्यों किसी से पिछे रहें , लिख दिया।

तो, प्रधानमंत्री जी , हम नहीं जानते हैं कि यह बात आप तक पहुंचेगी की नहीं , और पहुंच भी गया तो यह आप करवाएंगे की नहीं , परन्तु आत्मसंतुष्टि के लिए हम फिर भी इस महान फेसबुक के माध्यम से समस्त जीवकल्याण के लिए आपसे इस पर विचार करने की प्रार्थना करता हूं , यह सबसे अधिक लाभदायक होगा।
@PMO India

सादर निवेदन 
✍️ अजय नाथ झा शास्त्री

पृष्ठ - 4

फेसबुक लिंक :-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1296557950738417&id=100011526731204&sfnsn=wiwspmo



इंकलाब काव्य महासंग्राम काव्य प्रतियोगिता -1 में
नारीशक्ति विषय रखा गया ।

मुबंई - मंगलवार , 11 मई 2021 को इंकलाब मंच मुंबई द्वारा काव्य महासंग्राम काव्य प्रतियोगिता -1 का आयोजन किया गया ‌। रचनाएँ पोस्ट करने का समय दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक है। 3 सर्वश्रेष्ठ रचनाओं को सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। विजेता का चयन इंकलाब सम्पादकीय परिवार द्वारा किया जाएगा। इंकलाब सम्पादकीय परिवार का निर्णय अंतिम व सर्वमान्य होगा।
आ. पिंकी सिंघल जी सहायक संपादक, आ. रमाकांत यादव (सागर यादव जख्मी जी ) प्रधान संपादक, प्रमुख अतिथि डॉक्टर शिवधनी पांडेय जी मुंबई, मार्गदर्शक व वरिष्ठ सहयोगी प्रोफेसर डॉ विनय कुमार श्रीवास्तव जी प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश,मीडिया प्रभारी रवींद्र त्रिपाठी,मीडिया प्रभारी , सलाहकार व मार्गदर्शक इंकलाब मंच शास्त्री सुरेन्द्र दुबे जी व समस्त सम्मानित साहित्यकारों के सहयोग से इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।

पृष्ठ :- 4
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=494765441768236&id=100037043539869

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=494887621756018&id=100037043539869

अध्यक्ष संयोजक  पद पर मनोनीत हुई आ. कुसुम लता कुसुम जी

साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली के तत्वावधान में संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री राजवीर सिंह मंत्र जी व कार्यकारी अध्यक्ष आदरणीय कुमार रोहित रोज़ जी के सुझाव व परामर्श पर साहित्य संगम संस्थान के हिन्दी विकास के कार्यक्रम में सुयोग्य व सुदृढ़ सहभागिता हेतु आदरणीया कुसुम लता कुसुम जी को संस्थान के अतिविशिष्ट पद अध्यक्ष संयोजक के पद पर चयन सुनिश्चित किया गया है। आपकी काबिलियत व साहित्य के प्रति निष्ठा भाव को देखते हुए संस्थान ने आपको इस महत्वपूर्ण पद पर मनोनीत करते हुए, संस्थान आपसे संस्थान की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से सक्रिय रखने की उम्मीद की जाती है। आपको इस विशिष्ट पद हेतु हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी मनोनीत किए , संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी,  पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी , आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी  ,आ. अर्चना जायसवाल जी , अलंकरण कर्ता आ. स्वाति जैसलमेरिया जी,आ. रजनी हरीश , आ. रंजना बिनानी जी, आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी , आ. छाया सक्सेना जी , आ. राम प्रकाश अवस्थी रूह जी, आ. सुनीता मुखर्जी , आ. भारत भूषण पाठक जी  समस्त सम्मानित पदाधिकारियों व साहित्यकारों आ. कुसुम लता कुसुम जी को बधाई दिए ।

https://www.facebook.com/groups/sahityasangamsansthan/permalink/1379247249113007/?sfnsn=wiwspmo

मातृ - दिवस पर इतिहास रचा साहित्य संगम संस्थान ।

साहित्य संगम संस्थान, रा. पंजी . संख्या एस 1801/2017 ( नई दिल्ली )  मातृ दिवस के उपलक्ष्य में भावाभिव्यक्ति समारोह का आयोजन काव्य मंच पर शनिवार , 8 मई , 2021 को संध्या 4 से 6 बजे तक का आयोजन किया रहा , इस कार्यक्रम में  साहित्यकारों को बीस शब्दों में ही माँ विषय पर विचार व्यक्त करना रहा , साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली, राष्ट्रीय सह मीडिया प्रभारी व पश्चिम बंगाल इकाई के सचिव रोशन कुमार झा माँ पर अपना विचार इस प्रकार रखें "माँ हमें पता है मंजिल मिलेगी संघर्ष अभी जारी है , हम तो बस एक साधन , सब आशीर्वाद तो तुम्हारी है"।  कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय आ. राजवीर सिंह मंत्र जी , कार्यकारी अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी , सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी, संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी,  पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी , आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी  ,आ. अर्चना जायसवाल जी , अलंकरण कर्ता आ. स्वाति जैसलमेरिया जी,आ. रजनी हरीश , आ. रंजना बिनानी जी, आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी , आ. छाया सक्सेना जी , आ. राम प्रकाश अवस्थी रूह जी, आ. सुनीता मुखर्जी , आ. भारत भूषण पाठक जी  समस्त सम्मानित पदाधिकारियों व साहित्यकारों काव्य मंच पर भाग लेकर दो घंटे में ही एक हज़ार कॉमेंट्स पार करके कार्यक्रम को सफल बनाएं ।

https://www.facebook.com/groups/365510634417195/permalink/567627427538847/?sfnsn=wiwspmo

शीर्षक-"पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ"

पेड़ काट नगर बसाये,
सुंदर जीवन जीने को,
कैसी आफत आई भैया,
हवा नहीं मिलता जीने को।

किसी को गर्मी रास नहीं आये,
घर में लगाये एसी कूलर,
किसी को सर्दी  मन नहीं भाये,
घर में लगाये वो हीटर।

का-का लोगन के शौक बताई,
तैयार नहीं प्रकृति संग जीने को,
आज जान पर आफत आई,
तैयार है सब कुछ करने को।

पशु-पक्षी के आशियाने उजार,
शांति से कैसे जी सकते लोग,
ये तो कभी होना ही था,
अभी जो हम सब रहें हैं भोग।

अभी भी वक्त है सुधर जा,
मानो प्रकृति के हर पहलू को,
अभी तो सिर्फ ऑक्सीजन संकट,
वो दिन दूर नहीं पानी नहीं मिलेगा पीने को।
       (श्रवण कुमार)
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1387810321556061&id=100009813198297&sfnsn=wiwspmo

बंगाल इकाई के सचिव रोशन कुमार झा बनें साहित्य संगम संस्थान मुख्य मंच का राष्ट्रीय सह मीडिया प्रभारी  ।।

साहित्य संगम संस्थान, रा. पंजी . संख्या एस 1801/2017 ( नई दिल्ली ) वृहस्पतिवार , 6 मई 2021, को साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई के सचिव आ. रोशन कुमार झा जी को साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली मुख्य मंच का राष्ट्रीय सह मीडिया प्रभारी पद पर मनोनित किया गया , राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय आ. राजवीर सिंह मंत्र जी , कार्यकारी अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी , सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी, संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी,  पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी , आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी  ,आ. अर्चना जायसवाल जी , अलंकरण कर्ता आ. स्वाति जैसलमेरिया जी, आ. सुनीता मुखर्जी , आ. मनोज कुमार पुरोहित जी,आ. रजनी हरीश , आ. रंजना बिनानी जी, आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी समस्त सम्मानित पदाधिकारियों व साहित्यकारों हार्दिक शुभकामनाएं सह बधाई दिए ।।

रोशन कुमार झा , मुख्य मंच का राष्ट्रीय सह मीडिया प्रभारी

https://www.facebook.com/groups/sahityasangamsansthan/permalink/1376335459404186/?sfnsn=wiwspmo









पूजा कुमारी
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी
राष्ट्रीय सेवा योजना
मिथिला पेंटिंग

काव्य सुमन काव्यसंग्रह इ बुक का ऑनलाइन लोकार्पण शिक्षाविद् डॉक्टर शिवधनी पांडेय के हाथों संपन्न ।

मुंबई। डॉ. पिंकी सिंघल द्वारा संकलित काव्य संग्रह 'काव्य सुमन' का  आॅनलाइन लोकार्पण समारोह व सम्मान पत्र वितरण का आयोजन इंकलाब साहित्यिक सांस्कृतिक सामाजिक मंच द्वारा  सोमवार 10 मई दोपहर 12:00 बजे रखा गया था । लोकार्पण समारोह में प्रमुख अतिथि,समीक्षक और प्रमुख मार्गदर्शक  के रूप में उपस्थित शिक्षाविद , स्वतंत्र पत्रकार, डॉक्टर शिवधनी पांडेय जी के कर कमलों द्वारा काव्य सुमन काव्यसंग्रह का लोकार्पण कार्यक्रम संपन्न हुआ । उक्त अवसर पर पर सभी सम्मानित पदाधिकारियों एवं कार्यक्रम में उपस्थित रचनाकारों साहित्यकारों लेखकों का डॉक्टर शिव धनी पांडेय जी ने आभार व्यक्त किया और सभी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि कवि कोई गमले का फूल नहीं है,और ना ही कविता किसी एक व्यक्ति के लिए लिखता है। कवि हिंदी साहित्य की सदा से रीढ़ रहे हैं और रहेंगे। हिंदी साहित्य को समृद्ध करने में कवियों साहित्यकारों का अतुलनीय योगदान रहा है। साहित्यिक समाज एक वट वृक्ष है । साहित्यकार समाज का दर्पण है। भावनाएं भले ही किसी कवि साहित्यकार की हों लेकिन अभिव्यक्ति में समाजिक गतिविधियों का समसामयिक घटनाचक्र का सत्य चित्रण रहता है।
उन्होंने इंकलाब साहित्यिक सांस्कृतिक सामाजिक मंच परिवार के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह से यह इंकलाब प्रकाशन समूह निरंतर नवोदित कवियों, साहित्यकारों और लेखकों की कृतियों को सम्मानित करने और प्रकाशित करने का कार्य कर रहा है। मैं सभी का अभिवादन करता हूं।नमन करता हूं। मैं विश्वास के साथ कहना चाहता हूं कि एक दिन ऐसा आएगा जब विश्व पटल पर इंकलाब इंकलाब का परचम साहित्य जगत में लहरेगा।

दीप प्रज्जवलित कर मां सरस्वती जी की वंदना से काव्य सुमन की लेखिका सहायक संपादिका शिक्षाविद पिंकी सिंघल  जी ने कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके उपरांत इंकलाब मंच इंकलाब प्रकाशन के अध्यक्ष रमाकांत यादव ( सागर जख्मी ) ने सभी  को धन्यवाद ज्ञापित किया।
"काव्य सुमन सम्मान" पत्र प्राप्त करने वालों में, जन - जन की आवाज को बुलंद करने वाला मुंबई से प्रकाशित हिन्दी दैनिक पहला समाचार पत्र के वरिष्ठ सहयोगी पत्रकार,शास्त्री सुरेन्द्र दूबे (अनुज जौनपुरी) ,गंगाधर नरसिंगराव चेपूरवार,गणपत लाल उदय,रचनाविनोद,श्रीकांत तैलंग
,राम शरण सेठ,कुमारी पूजा मिश्रा,डॉ. अनुज कुमार चौहान‘ अनुज ‘,मनोरमा सिंह ‘ माया ‘,डॉ. प्रोफेसर विनय कुमार श्रीवास्तव, डॉ, विनीत विद्यार्थी दर्शन ‘शास्त्री’,रामजीमल शिक्षाविद,अविनाश ब्यौहार,डॉ. शशी बाला,डॉ. सरिता यादव,ज्ञानेश्वर आनंद ‘ ज्ञानेश’,डॉ. महेश कुमार ‘व्हाइट’,
कुमार अनिल,कुसुम लता,प्रगति,अजय प्रसाद,डॉ. हेमलता,शिव इंदौरी एम एम,कौशल किशोर,रीमा महेंद्र ठाकुर,अंजली प्रिय,मास्टर भूताराम जाखल,कुमार अतुल राव,मनोज कुमार चतुर्वेदी,डॉ. सपना दलवी,
राम करण साहू ‘सजल ‘,ओमजी अवस्थी,श्याम सिंह,
कुमार पंकज “अंतर्योगी”,अटल मुरादाबादी,डॉ. सुषमा तिवारी,विनोद डँगवाल “विनु”,दिव्यांशी निषाद,डॉ.भारती वर्मा बौड़ाई,श्रीमती सिंधवासिनी ब्रिजेश तिवारी,आशीष कुमार साव,बाबिता बिट्टू जैन,
देवेन्द्र प्रताप वर्मा,प्रिया सिन्हा,आशीष कुमार ‘महासागर ‘,जी. एस . मिश्रा,विजय वर्धन,जेडी राणा,कृष्ण गोपाल शर्मा,डॉ. सरला सिंह “स्निग्धा”,डॉ . रानी गुप्ता,डी.ए.प्रकाश खाण्डे,जितेंद्र झा आजाद,चंदा देवी और दिवाकर पाण्डेय रहे।

सम्मान पत्र वितरण के पश्चात अंत में पिंकी सिंघल सहायक संपादक, रमाकांत यादव (सागर यादव जख्मी ) प्रधान संपादक, प्रमुख अतिथि डॉक्टर शिवधनी पांडेय मुंबई, मार्गदर्शक व वरिष्ठ सहयोगी
प्रोफेसर डॉ विनय कुमार श्रीवास्तव प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश,मीडिया प्रभारी रवींद्र त्रिपाठी,मीडिया प्रभारी , सलाहकार व मार्गदर्शक इंकलाब मंच शास्त्री सुरेन्द्र दुबे, पूर्व वेबसाइट संचालक रोशन कुमार झा, व अन्य पदाधिकारियों ने सभी सुधिजनो के सद्विचारों को  नमन करते हुए सबके उज्जवल भविष्य की कामना की।

11/05/2021 प्रकाशित , 

https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEih-4l_uW4p0i0_YpqIFpSa3X2LxzUQQrj7IvYczcdyMq_pfFgqIOCws0TH6X5bujOHNzYBm3GLpZE0136UBmAxn5Bh5-HBDZgZokiJt1jPnKhquBuVzLhAsVvTIABVPDTBfMTEuS8xVlI/s2048/CFM+HINDI+11.05.2021+7.jpg

https://coalfieldmirror.blogspot.com/2021/05/11-2021-coalfieldmirrorgmailcom.html?m=1

प्रिय साहित्यकार एवं साहित्यप्रेमी मित्रों, इंकलाब प्रकाशन द्वारा प्रकाशित काव्य सुमन साझा काव्य संग्रह ( ई-पुस्तक)  अब गूगल प्लेस्टोर , अमेज़न किंडल और इंकलाब प्रकाशन की वेबसाइट,तथा अन्य जगह उपलब्ध है। आप नीचे दिए गए लिंक पर जाकर काव्य सुमन काव्य संग्रह को डाऊनलोड करके पढ़ सकते हैं और काव्य सुमन सम्मान - पत्र ( सर्टिफिकेट) डाऊनलोड कर सकते हैं।

गूगल प्लेस्टोर लिंक

https://play.google.com/store/books/details/%E0%A4%B8_%E0%A4%AA_%E0%A4%A6%E0%A4%95_%E0%A4%AA_%E0%A4%95_%E0%A4%B8_%E0%A4%98%E0%A4%B2_%E0%A4%95_%E0%A4%B5_%E0%A4%AF_%E0%A4%B8_%E0%A4%AE%E0%A4%A8?id=YUgtEAAAQBAJ

अमेज़न किंडल  लिंक

https://www.amazon.in/dp/B094HYW2JC/ref=cm_sw_r_cp_apa_glt_9B5B2571F3KG5P4PXKVR

इंकलाब की वेबसाइट

काव्य सुमन साझा काव्य संग्रह  | https://www.inkalabhindi.in/2021/05/blog-post_9.html

काव्य सुमन साझा काव्य संग्रह निःशुल्क पीडीएफ लिंक

https://drive.google.com/file/d/1zHUl8ZsH5ZqrjC5jM_2SMKPwXrYOGxod/view?usp=drivesdk

काव्य सुमन सम्मान - पत्र  ( सर्टिफिकेट)लिंक

https://drive.google.com/file/d/1z4tlALpoG-WNK6jgK_EycLESFK8VSKoE/view?usp=drivesdk

https://www.facebook.com/groups/534062490619664/permalink/749808022378442/?sfnsn=wiwspmo


हिंददेश परिवार
https://www.facebook.com/groups/408580406906965/permalink/452758349155837/?sfnsn=wiwspmo

फेसबुक, कविता :- 19(92)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/05/1992.html

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/05/1994.html

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=330538381831115&id=100046248675018&sfnsn=wiwspwa

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=773711510184925&id=100026382485434&sfnsn=wiwspmo

07/05/2021 , शुक्रवार
http://sahityasangamwb.blogspot.com/2021/05/blog-post_6.html

http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/07052021.html

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/05/1989.html

08/05/2021 , शनिवार , कविता :- 19(90)

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/05/1990.html

http://sahityasangamwb.blogspot.com/2021/05/08052021.html

http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/08052021.html

09/05/2021 , रविवार

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/05/1991.html

साहित्य संगम संस्थान
http://sahityasangamwb.blogspot.com/2021/05/08052021.html


भारत सरकार द्वारा पंजीकृत 

पंजीकृत संख्या :- MH-18-0063950
इंकलाब मंच द्वारा संचालित दैनिक पत्रिका
सागर 🌅 रोशन

अंक -1
11/05/2021
मंगलवार
वैशाख कृष्ण 15 संवत 2078
पृष्ठ - 1
कुल पृष्ठ - 4
वैशाख कृष्ण 15 संवत 2078

https://online.fliphtml5.com/axiwx/ondt/?1620732910175#p=1

🌅 साहित्य एक नज़र ,





सागर रोशन दैनिक पत्रिका



Popular posts from this blog

साहित्य एक नज़र , अंक - 2 , बुधवार , 12/05/2021

07/05/2021 , शुक्रवार

08/05/2021-09/05/2021, विश्व न्यूज़ , गंगाराम कुमार झा, भोजपुरी , English poem , चल ममता सिंहासन खाली कर