साहित्य एक नज़र 🌅 , अंक -4 , शुक्रवार , 14/05/2021

साहित्य एक नज़र 🌅




अंक - 4

साहित्य एक नज़र
( कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिका )

🌅 साहित्य एक नज़र  🌅
Sahitya Eak Nazar
14 May , 2021 , Friday
Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর

14 मई 2021
   शुक्रवार
वैशाख शुक्ल 3 संवत 2078
अंक - 4
पृष्ठ - 1

कुल पृष्ठ - 4


अंक -5
http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/5-15052021.html

अंक -3
http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/3-13052021.html
https://online.fliphtml5.com/axiwx/ycqg/

अंक - 4

http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/4-14052021.html
https://online.fliphtml5.com/axiwx/chzn/
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भगवान परशुराम जन्मोत्सव ।

जन्म से ब्रह्मण, कर्म से क्षत्रिय । महर्षि भृगु के प्रपौत्र, वैदिक ॠषि ॠचीक के पौत्र, जमदग्नि के पुत्र, महाभारत काल के वीर योद्धाओं भीष्म, द्रोणाचार्य और कर्ण को अस्त्र-शस्त्रों की शिक्षा देने वाले गुरु, शस्त्र एवं शास्त्र के धनी ॠषि , ब्राह्मण , भगवान
परशुराम जन्मोत्सव सह अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामनाएं । 🙏💐

ज्ञान की बात ,
आपके साथ

साहित्य एक नज़र 🌅
मो :- 6290640716


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आ. सीमा वर्णिका जी की आहुति पुस्तक का विमोचन किए साहित्य संगम संस्थान उत्तर प्रदेश इकाई अध्यक्ष महागुरुदेव डाॅ० राकेश सक्सेना जी ।

साहित्य एक नज़र 🌅 , शुक्रवार , 14/05/2021

साहित्य संगम संस्थान, रा. पंजी . संख्या एस 1801/2017 ( नई दिल्ली )  के उत्तर प्रदेश इकाई अध्यक्ष महागुरुदेव डाॅ० राकेश सक्सेना जी के करकमलों से आ. सीमा वर्णिका जी की आहुति पुस्तक का विमोचन किया गया । विमोचन के समय
राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय आ. राजवीर सिंह मंत्र जी , कार्यकारी अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी , सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी, संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी,  पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी , पश्चिम बंगाल इकाई सचिव व राष्ट्रीय सह मीडिया प्रभारी रोशन कुमार झा,  आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी  ,आ. अर्चना जायसवाल जी , अलंकरण कर्ता आ. स्वाति जैसलमेरिया जी, आ. मनोज कुमार पुरोहित जी,आ. रजनी हरीश , आ. रंजना बिनानी जी, आ. सुनीता मुखर्जी , आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी , आ. रीतु गुलाटी जी ,आ. भारत भूषण पाठक जी , आ. अर्चना तिवारी जी , संगम सवेरा के संपादक आ. नवल किशोर सिंह जी , वंदना नामदेव जी समस्त सम्मानित पदाधिकारियों व साहित्यकारों उपस्थित होकर आ. सीमा वर्णिका जी की आहुति पुस्तक के लिए बधाई दिए ।

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हिंददेश परिवार पश्चिम बंगाल का मीडिया प्रभारी पद पर मनोनीत हुए रोशन कुमार झा ।

साहित्य एक नज़र 🌅 , शुक्रवार , 14/05/2021

गुरुवार , 13 मई 2021 को हिंददेश परिवार के सह अध्यक्ष आ. डॉ स्नेहलता द्विवेदी जी की करकमलों से
प्रमाण पत्र संख्या - 11163 से रोशन कुमार झा को हिंददेश परिवार पश्चिम बंगाल का मीडिया प्रभारी पद पर , अंतराष्ट्रीय का सह संयोजक पद पर आ. मनोज कुमार पुरोहित जी को , आ. निभा राय नवीन जी को हिंददेश पत्रिका का सचिव , आ. प्रियंका अलकनन्दनी जी को गाजियाबाद का अध्यक्ष एवं डॉ. पवन शर्मा प्रवल जी को हरियाणा इकाई का अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया गया । अध्यक्ष व संस्थापिका आ. डॉ अर्चना पांडेय 'अर्चि' जी , महासचिव आ. बजरंगलाल केजड़ीवाल जी हिंददेश परिवार के समस्त सम्मानित पदाधिकारियों व साहित्यकारों नव नियुक्त पदाधिकारियों को हार्दिक शुभकामनाएं सह बधाई दिए ।

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साहित्य एक नज़र 🌅 , शुक्रवार , 14 मई 2021

Portrait sketch by :शिवशंकर लोध राजपूत (दिल्ली), व्हाट्सप्प no. 7217618716
Portrait of :स्वर्गीय आ. मनोज कुमार सामरिया मनु जी

*श्रद्धाजांलि*: आपकी आत्मा को भगवान शांति प्रदान करें और इस दुखद घड़ी मे परिवार को धैर्य, हिम्मत और सहने की शक्ति दे साहित्य हिन्दी जगत ने महान कलमकार (साहित्यकार) को खो दिया है इसकी क्षति की पूर्ति नहीं हो सकती !

ओम शांति शांति 🙏🙏

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अब हमारे बीच नहीं नहीं रहें सम्मानित साहित्यकार आदरणीय श्री मनोज कुमार सांवरिया मनु जी ।

साहित्य एक नज़र 🌅 , शुक्रवार , 14 मई 2021

साहित्य संगम संस्थान राजस्थान इकाई के पूर्व अध्यक्ष श्री मनोज कुमार सांवरिया मनु के परलोक गमन से हम सभी व्यथित हैं। हम सभी को छोड़कर देवलोक के लिए प्रस्थान कर गये  इस दुखद घड़ी में शुक्रवार 14 मई 2021 को 11 बजे शोक सभा का आयोजन रखा गया  । जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय आ. राजवीर सिंह मंत्र जी , कार्यकारी अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी , सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी, संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी,  पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी , पश्चिम बंगाल इकाई सचिव व राष्ट्रीय सह मीडिया प्रभारी रोशन कुमार झा,  आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी  ,आ. अर्चना जायसवाल जी , अलंकरण कर्ता आ. स्वाति जैसलमेरिया जी, आ. मनोज कुमार पुरोहित जी,आ. रजनी हरीश , आ. रंजना बिनानी जी, आ. सुनीता मुखर्जी , आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी , आ. रीतु गुलाटी जी ,आ. भारत भूषण पाठक जी , आ. अर्चना तिवारी जी , संगम सवेरा के संपादक आ. नवल किशोर सिंह जी , वंदना नामदेव जी समस्त सम्मानित पदाधिकारियों व साहित्यकारों उपस्थित होकर अपनी शोक संवेदना व्यक्त किए ।
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जानिए अक्षय तृतीया पर्व के बारे में ।

अक्षय तृतीया या आखा तीज वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है। इसी कारण इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है। वैसे तो सभी बारह महीनों की शुक्ल पक्षीय तृतीया शुभ होती है, किंतु वैशाख माह की तिथि स्वयंसिद्ध मुहूर्तो में मानी गई है।अक्षय तृतीया का सर्वसिद्ध मुहूर्त के रूप में भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन बिना कोई पंचांग देखे कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह-प्रवेश, वस्त्र-आभूषणों की खरीददारी या घर, भूखंड, वाहन आदि की खरीददारी से संबंधित कार्य किए जा सकते हैं।अक्षय तृतीया के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर समुद्र या गंगा स्नान करने के बाद भगवान विष्णु की शांत चित्त होकर विधि विधान से पूजा करने का प्रावधान है। जैन धर्मावलम्बियों का महान धार्मिक पर्व है। इस दिन जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर श्री ऋषभदेव भगवान ने एक वर्ष की पूर्ण तपस्या करने के पश्चात इक्षु (शोरडी-गन्ने) रस से पारायण किया था।

✍️ मनोज कुमार पुरोहित

साहित्य एक नज़र 🌅 , कोलकाता
दैनिक पत्रिका
शुक्रवार , 14/05/2021

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विषय :- अक्षय तृतीया
विधा :- छंद

ये
तन
शरीर
भगवान
हमें जीने व
सीखने , सीखाने
के लिए ही तो दिया ।।

तो
नई
सफ़र
पर चलें
हम आपके
साथ आज ही हैं
न अक्षय तृतीया ।।

✍️ रोशन कुमार झा

🌅 साहित्य एक नज़र  🌅
Sahitya Eak Nazar
14 May , 2021 , Friday
Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর
साहित्य एक नज़र 🌅 , कोलकाता
दैनिक पत्रिका
शुक्रवार , 14/05/2021

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कल मेरी ईद है
क्योकिं आज वो छत पर आये थे।

आज कल ग़म मेरे ग़मो पर ग़म किया करते है।
चले थे लेकर सफीना किनारे की तलाश में ।
आज बीच भवँर में सफर किया करते है।

मुफलिसी के पल हमेशा याद रखना।
सबक इनसें ले कदम आगे रखना।
तेरे सपनों को ये वो आग देगें ।
इन पलों में गमगीन न हो,
ये मंज़िल को  अंज़ाम देगें।

✍️  प्रमोद ठाकुर
ग्वालियर

साहित्य एक नज़र 🌅 , कोलकाता
दैनिक पत्रिका
शुक्रवार , 14/05/2021

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माँ अनमोल तोहफा

-------मां तो मां ही होती है। जब वह नहीं होती तब उसका महत्व पता चलता है। मै तो बहुत नसीब वाली हूँ मुझे एक नहीं दो मांओं के आंचल की छांव मिली मेरी ताई जिन पर कोई बच्चा नहीं था । ताई ताऊ जी दोनों साथ रहते थे ।जन्म मां ने दिया सब बच्चों को और पाला बड़ी मां ने । सबसे छोटी थी तो शैतानियां भी भरपूर होती थी । डांट पड़ती छोटी मां से तो छिप जाती बड़ी मां के आंचल में पर बड़ी मां बड़े प्यार से समझाती और सिखाती कहती बेटा ससुराल जाओगी तब यह आंचल छिपने को नहीं मिलेगा मां डांटती है तुम्हारे भले के लिये ।
         छोटी उम्र में शादी हो गयी हर बात पर दोनों की मां की याद आती क्योंकि ससुराल में भरा पूरा परिवार सास ससुर ,जेठ जिठानी ,ननद देवर सब चाहते कि उनकी हर फरमाइश पूरी करू । सारे दिन काम करती कहां अपने घर में अपने कपड़े तक नहीं धोती थी । किसी कारण मेरी छोटी मां मेरी ससुराल आई बस मेरी जिठानी ने जम कर मेरी बुराई करी । जब मां जाने को थी और मै उन्हें दरवाजे तक छोड़ने आई वह बहुत चुप और सुस्त थी । मेरी आंखों में आंसू थे क्योंकि वह जा रही थी । जाते समय वह बोली बेटा मुझे तुमसे ये उम्मीद नहीं थी कि तुम मेरा नाम डुबो दोगी मै तुम्हारी बड़ी मां से क्या कहूंगी उन्हें बहुत दुख होगा। मै पूछती रही मां मेरी गलती क्या है पर वह चली गयी । मै तो खुल कर रो भी नहीं सकती थी । पति देव को मनाया और मायके आगयी आते ही बड़ी मां के कमरे में गयी और उनकी गोदी में सर रख कर रोने लगी उन्होंने मुझे चुप कराया और कहा बेटा तुम्हारी गलती नही उन लोगो की मानसिकता छोटी है अभी तुम छोटी हो थोड़ी पाक विधा में कमजोर बस नमक मिर्च लगा कर आलोचना कर दी । दूसरे दिन दोनों मांओ ने बस प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया दो महीने में बिलकुल निपुण होगयी आज मेरे खाने की सब बहुत तारीफ करते हैं और मै अपनी दोनो मां को नमन करती हूँ । हमेशा लगता मेरे आस पास हैं । मैने अपनी दोनों बेटियो और बेटे को भी हर कार्य को सिखाया है। इतना सब होने पर 20 - 25 साल बाद भी दोनों मां को नहीं भूल पाती ।
मैने स्वर्ग तो नहीं देखा , पर मां को देखा था,
अब भी जब रात को ,थक कर लेटती हूँ,
तो सच में मां बहुत याद आती हो,
वह रात को तुम्हारा सर को सहलाना,
और डांट कर सुला देना,दिनभर बेटा थकती हो
अब आराम करो ,
अब तो मै भी मां हूँ,
पर अब कोई बेटा नहीं कहता ..

✍️ डॉ .मधु आंधीवाल
अलीगढ़
madhuandhiwal53@gmail.com

साहित्य एक नज़र 🌅 , कोलकाता
दैनिक पत्रिका
शुक्रवार , 14/05/2021

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मिथिला / मधुबनी पेंटिंग

✍️ पूजा कुमारी
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी
राष्ट्रीय सेवा योजना

साहित्य एक नज़र 🌅 , शुक्रवार , 14 मई 2021

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आ. सीमा वर्णिका जी की आहुति

https://drive.google.com/file/d/13P3Wue6r_62UH-a26MWiScRvAafs_azv/view
https://www.facebook.com/groups/203753100596285/permalink/436742803963979/?sfnsn=wiwspmo

रोहित सरदाना अवार्ड सम्मान 

https://www.facebook.com/groups/1719257041584526/permalink/1917075321802696/?sfnsn=wiwspmo

आ. शिव शंकर लोध राजपूत जी
https://www.facebook.com/groups/203753100596285/permalink/436467303991529/?sfnsn=wiwspmo

साहित्य संगम संस्थान उत्तर प्रदेश इकाई
https://www.facebook.com/groups/203753100596285/permalink/436383933999866/?sfnsn=wiwspmo
हिंददेश परिवार मीडिया
https://www.facebook.com/groups/408580406906965/permalink/454002359031436/?sfnsn=wiwspmo
आ. मनोज कुमार पुरोहित जी
विषय प्रवर्तन
https://m.facebook.com/groups/1719257041584526/permalink/1916038341906394/?sfnsn=wiwspmo

फेसबुक - 1
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=774940140062062&id=100026382485434&sfnsn=wiwspmo

फेसबुक -2
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=331778885040398&id=100046248675018&sfnsn=wiwspmo

पाखंडी
https://www.facebook.com/groups/1113114372535449/permalink/1114724042374482/

USA हम हिन्दुस्तानी
https://humhindustaniusa.com/epaper/uploads/epaper/2021-05/609d7ed4c6b6a.jpg

नववर्ष
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=615396082683136&id=100026382485434&sfnsn=wiwspwa
माहेश्वरी साहित्यकार मंच
https://m.facebook.com/groups/4211258332252257/permalink/4265338830177540/?sfnsn=wiwspmo
https://youtu.be/6iFFWZdps6g

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/05/1996.html
मिथिला / मधुबनी पेंटिंग

✍️ पूजा कुमारी
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी
राष्ट्रीय सेवा योजना

साहित्य एक नज़र 🌅 , शुक्रवार , 14 मई 2021

भगवान परशुराम जन्मोत्सव ।


ज्ञान की बात
आपके साथ ।

🌅 साहित्य एक नज़र 🌅
मो :- 6290640716








जानिए अक्षय तृतीया पर्व के बारे में ।

✍️ मनोज कुमार पुरोहित

आ. सीमा वर्णिका जी की आहुति पुस्तक का विमोचन किए साहित्य संगम संस्थान उत्तर प्रदेश इकाई अध्यक्ष महागुरुदेव डाॅ० राकेश सक्सेना जी ।

हिंददेश परिवार पश्चिम बंगाल का मीडिया प्रभारी पद पर मनोनीत हुए रोशन कुमार झा ।

Portrait sketch by :शिवशंकर लोध राजपूत (दिल्ली), व्हाट्सप्प no. 7217618716
Portrait of :स्वर्गीय आ. मनोज कुमार सामरिया मनु जी

अब हमारे बीच नहीं नहीं रहें सम्मानित साहित्यकार आदरणीय श्री मनोज कुमार सांवरिया मनु जी ।

जानिए अक्षय तृतीया पर्व के बारे में ।

विषय :- अक्षय तृतीया
विधा :- छंद

✍️  प्रमोद ठाकुर

माँ अनमोल तोहफा

✍️ डॉ .मधु आंधीवाल
अलीगढ़

साहित्य एक नज़र अंक - 4
फेसबुक -
https://m.facebook.com/groups/1113114372535449/permalink/1115312735648946/

https://m.facebook.com/groups/1113114372535449/permalink/1115312438982309/
प्राईवेट

पब्लिक
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/289015719527878/?sfnsn=wiwspmo

आहुति पुस्तक :-

#साहित्य संगम संस्थान काव्यमंच
आज हमारे साहित्य संगम संस्थान के लिए अत्यंत ही हर्ष का समय है कि आज हमारे साहित्यिक परिवार के एक उदीयमान एवं युवा कवि आ.रोशन कुमार झा जी की रचनाओं की आहुति बनकर तैयार हो गई है और आज उसका लोकार्पण होने जा रहा है। मैं तो विशेष रूप से प्रसन्न हूं कि एक युवा और मेधावी कवि की आहुति का विमोचन करने का सौभाग्य संस्थान ने मुझे दिया है।
कवि रोशन कुमार झा जी को साहित्य संगम संस्थान से जुडे़ हुए आज पूरा एक वर्ष हो गया है। वे विगत दिनांक १४.०५.२०२० को आज के ही दिन हमारे परिवार का हिस्सा बनें थे। वे साहित्य संगम संस्थान की बंगाल इकाई में सचिव पद को सुशोभित कर रहे हैं। हाल ही में भाई रोशन कुमार झा को उनकी साहित्य सेवा व पूरे संगम के समाचार प्रकाशित कर उत्कृष्ट सेवा के लिए मुख्य मंच का मीडिया प्रभारी भी बनाया गया है। बंगाल इकाई के सचिव रोशन कुमार झा जी पर हमे गर्व है।
भाई रोशन कुमार झा जी विनम्र स्वभाव, सहृदय, बात को शांतचित से स्वीकारने वाले, सबको मान देने वाले,  अपने दायित्व के प्रति सजग, कर्मठ, सक्रिय सदस्य हैं।
इन्होंने समाज की वर्तमान की समस्याओं को सबके सामने लाने की मंशा से विभिन्न और विविध विषयों पर रचनाओं का सृजन किया है जो अपने साहित्यिक उद्देश्य को पूरा करने में सफल रहीं हैं। उनकी रचनाओं में विशेष रूप से "बिहार", "पहलवान", "हम सब अतिथि हैं", "मौन हूं अनभिज्ञ नहीं", "ये रही मजबूरी" आदि उम्दा रचनाएं हैं।
मैं पूरे साहित्य संगम संस्थान की मुख्यालय सहित समस्त इकाईयों एवं मेरी तरफ से हमारे युवा कवि रोशन कुमार झा जी के उज्ज्वल साहित्यिक भविष्य की कामना करते हैं और उनके इस अभिनव प्रयास की सफलता की शुभकामना देते हैं।
नीचे आहुति का लिंक दिया है जिससे जुड़कर आप उनकी रचनाओं का रसास्वादन कर सकते हैं।

https://drive.google.com/file/d/1OvgULQW2cH5_yl6vn-B3_SyuiZOLISID/view?usp=drivesdk

निवेदक,
बजरंग लाल केजडी़वाल 'संतुष्ट',
सचिव, साहित्य संगम संस्थान असम इकाई🙏👍🕉️❤️🇮🇳

https://drive.google.com/file/d/1OvgULQW2cH5_yl6vn-B3_SyuiZOLISID/view

काव्य मंच
https://www.facebook.com/groups/365510634417195/permalink/571042130530710/?sfnsn=wiwspmo
YouTube
https://youtu.be/UG3JXojSLAQ

पश्चिम बंगाल
https://www.facebook.com/groups/1719257041584526/permalink/1917234135120148/?sfnsn=wiwspmo
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=332390594979227&id=100046248675018&sfnsn=wiwspmo

कविता :- 19(96) , शुक्रवार , 14/05/2021
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/05/1996.html
साहित्य एक नज़र 🌅,
अंक -3
http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/3-13052021.html
https://online.fliphtml5.com/axiwx/ycqg/
अंक - 4

http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/4-14052021.html

पिछले साल कविता :- कविता :-16(31)


शुक्रवार , 30/04/2021, कविता :- 19(82)
http://vishnews2.blogspot.com/2021/04/2021.html
आहुति , कैलेंडर
http://sahityasangamwb.blogspot.com/2021/04/2021.html

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/04/1982.html

आहुति पुस्तक

https://youtu.be/-h8wsPMNIr4

पुराने विश्व
https://vishnews20.blogspot.com/2021/04/blog-post.html?m=1

आहुति
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/04/1953-1955.html
30/04/2021 , शुक्रवार , कविता :- 19(82)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/04/blog-post_30.html

आभार पत्र

साहित्य संगम संस्थान
रा. पंजी . संख्या एस 1801/2017 ( नई दिल्ली )
अनुज रोशन कुमार झा
जय हिंद , जय हिंदी  ,
आहुति पुस्तक :- परिचय ,
साहित्य संगम संस्थान , नई दिल्ली 
पंजीकृत राष्ट्रीय कार्यालय
एफ-५, विनायक , अपार्टमेंट , संत नगर मेन रोड बुराड़ी , दिल्ली - 110084
पंजीयन संख्या : एस -1801- 2017, नई दिल्ली , आहुति पुस्तक माला आ रोशन कुमार झा जी की आहुति
आहुति क्रमांक :- 76/04-2021

विमोचन दिनांक :- 14/05/2021 , शुक्रवार
विमोचन कर्ता :- आ. बजरंग लाल केजडी़वाल 'संतुष्ट', जी , सचिव, साहित्य संगम संस्थान असम इकाई

कुल पृष्ठ मुख पृष्ठ सहित : 48 ,
पृष्ठ अभिकल्प :- आ. जयश्रीकांत जी
संपादन जयश्रीकांत

संपादक मंडल :- आ. जयश्रीकांत जी , संपादक ,
आ. भारती यादव जी सह संपादक
राष्ट्रीय अध्यक्ष :- आ. राजवीर सिंह मंत्र जी
कार्यकारी अध्यक्ष :- आ. कुमार रोहित रोज़ जी
सह अध्यक्ष :- आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी
पृष्ठांकन :- आ. चंद्रमुखी मेहता जी
संपर्क सूत्र : साहित्य संगम प्रकाशन
आर्य समाज मंदिर 219,
संचार नगर एक्स , इंदौर , म.प्र. 452016
दूरभाष 9977987777
शुभम् भवतु

माँ सरस्वती साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली , पश्चिम बंगाल इकाई को नमन करते हुए आप सभी सम्मानित साहित्य प्रेमियों को सादर प्रणाम 🙏 ।

आहुति पुस्तक प्रदान करने के लिए साहित्य संगम संस्थान मंच ,पृष्ठ अभिकल्प आ. जयश्रीकांत जी
संपादन आ. जयश्रीकांत जी , संपादक मंडल आ. जयश्रीकांत जी , संपादक ,आ. भारती यादव जी सह संपादक , राष्ट्रीय अध्यक्ष आ. राजवीर सिंह मंत्र जी
कार्यकारी अध्यक्ष  आ. कुमार रोहित रोज़ जी सह अध्यक्ष  आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी पृष्ठांकन आ. चंद्रमुखी मेहता जी , विमोचन कर्ता साहित्य संगम संस्थान असम इकाई के सचिव आदरणीय बजरंग लाल केजडी़वाल 'संतुष्ट', जी , पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आदरणीया कलावती कर्वा दीदी जी , उपाध्यक्ष आ. मनोज कुमार पुरोहित जी , अलंकरण कर्ता आ. स्वाति सरु जैसलमेरिया जी , पंचपर्मेश्वरी
आ. स्वाति पाण्डेय'भारती'जी ,संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी, आ. अर्चना जायसवाल जी ,आ. रजनी हरीश , आ. रंजना बिनानी जी, आ. सुनीता मुखर्जी , आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी , आ. रीतु गुलाटी जी ,आ. भारत भूषण पाठक जी , आ. अर्चना तिवारी जी , संगम सवेरा के संपादक आ. नवल किशोर सिंह जी , वंदना नामदेव जी संस्थान के समस्त सम्मानित पदाधिकारियों व साहित्यकारों को धन्यवाद सह सादर आभार 🙏💐 ,

आज हमें साहित्य संगम संस्थान से जुड़ा हुआ एक साल हो गए ।
आज भगवान परशुराम जन्मोत्सव व अक्षय तृतीया की शुभ अवसर पर शुक्रवार 14 मई 2021 को संस्थान आहुति पुस्तक भेंट देने के लिए एवं " रोहित सरदाना" अवार्ड सम्मान से सम्मानित करने के लिए मंच का सादर आभार 🙏💐 ।

एक साल के अंदर ही संस्थान हमें बहुत कुछ सीखाएं , बहुत मान , सम्मान और ज्ञान दिए , मैं साहित्य संगम संस्थान का हमेशा ऋणी रहूंगा ।

1. 14/05/2020 , गुरुवार ,

(14 मई 2020 , गुरुवार को हम विषय पर कविता लिखना रहा , विषय प्रदाता स्वर्गीय आ. हिमांशु गुप्ता जी , समक्षीक आ. आरती डोगरे जी व आ. महिमा दुबे जी )

2. रविवार , 25/10/2021
पश्चिम बंगाल इकाई सचिव
साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई उद्घाटन

3. गुरुवार , 06/05/2021

साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली (मुख्य मंच )
राष्ट्रीय सह मीडिया प्रभारी

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आपका अपना
रोशन कुमार झा
साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली
राष्ट्रीय सह मीडिया प्रभारी
व पश्चिम बंगाल इकाई सचिव
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