साहित्य एक नज़र 🌅 , अंक - 72 , बुधवार , 21/07/2021 , मिथिलाक्षर , राजनगर , ISBN

साहित्य एक नज़र

अंक - 72
जय माँ सरस्वती
साहित्य एक नज़र 🌅
कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिका
साहित्य एक नज़र अंक - 72 पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें -

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मात्र - 15 रुपये

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अंक - 72
21 जुलाई  2021
बुधवार
आषाढ़ शुक्ल 12
संवत 2078
पृष्ठ -   1
प्रमाण - पत्र -  4
कुल पृष्ठ -  5

सहयोगी रचनाकार  व साहित्य समाचार -

1.  आ. साहित्य एक नज़र 🌅
2.  आ.  महाकाल काव्य वृष्टि ( संपादिका - ज्योति सिन्हा जी )
3. आ.  मेरे सपनों की दुनिया ✍️ निधि शुक्ला जी
4. आ. ज्योति सिन्हा जी
5. आ.  रोशन कुमार झा
6. आ. रामकरण साहू "सजल" जी ,
बबेरू (बाँदा) उ०प्र०
7.आ. कृष्ण कुमार महतो जी

🏆 🌅 साहित्य एक नज़र रत्न 🌅 🏆
134. आ. निधि शुक्ला जी , अंक - 72

अंक - 62 से 67
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अंक - 70 , 71 , 72 , 73 , 74 , 75
के लिए रचनाएं व अन्य कलाओं सादर आमंत्रित -
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हार्दिक शुभकामनाएं सह बधाई 🙏💐
रोशन कुमार झा
संस्थापक / संपादक
मो - 6290640716
साहित्य एक नज़र  , मधुबनी इकाई
মিথি LITERATURE , मिथि लिट्रेचर
साप्ताहिक पत्रिका ( मासिक ) - मंगलवार
विश्‍व साहित्य संस्थान वाणी - गुरुवार

साहित्य एक नज़र  🌅 , अंक - 72
Sahitya Ek Nazar
21 July ,  2021 ,  Wednesday
Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর
মিথি LITERATURE , मिथि लिट्रेचर / विश्‍व साहित्य संस्थान वाणी


सम्मान पत्र - 1 - 80
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सम्मान पत्र - 79 -
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फेसबुक - 1

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अंक - 54 से 58 -
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फेसबुक - 2

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https://youtu.be/VRHtCBzV2hg

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रोशन कुमार झा
मो :- 6290640716
संस्थापक / संपादक
साहित्य एक नज़र  🌅 ,
Sahitya Ek Nazar , Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর
মিথি LITERATURE , मिथि लिट्रेचर / विश्‍व साहित्य संस्थान वाणी

आ. ज्योति झा जी
     संपादिका
साहित्य एक नज़र 🌅 मधुबनी इकाई
মিথি LITERATURE , मिथि लिट्रेचर
साप्ताहिक - मासिक पत्रिका

आ. डॉ . पल्लवी कुमारी "पाम "  जी
          संपादिका
विश्‍व साहित्य संस्थान वाणी
( साप्ताहिक पत्रिका )
साहित्य एक नज़र 🌅
कोलकाता से प्रकाशित होने
वाली दैनिक पत्रिका का इकाई


कविता :- 20(55)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2055-12072021-63.html

अंक - 63
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/63-12072021.html

https://online.fliphtml5.com/axiwx/jtka/

कविता :- 20(56)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2056-13072021-64.html

अंक - 64
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/64-13072021.html

https://online.fliphtml5.com/axiwx/pfpt/
अंक - 65
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/65-13072021.html

https://online.fliphtml5.com/axiwx/osxc/

कविता :- 20(57)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2057-14072021-65.html

अंक - 66
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/66-15072021.html

https://online.fliphtml5.com/axiwx/cgpv/

कविता :- 20(58)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2058-15072021-66.html

अंक - 67
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/67-16072021.html

https://online.fliphtml5.com/axiwx/iwmf/

https://online.fliphtml5.com/axiwx/ndqq/

https://imojo.in/9Gs5NG

कविता :- 20(59)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2059-16072021-67.html

अंक - 68
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/68-17072021.html

https://imojo.in/5hR6sD

https://online.fliphtml5.com/axiwx/jurd/
कविता :- 20(60)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2060-68-17072021.html

अंक - 69
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/69-18072021.html

https://imojo.in/2ohkQk

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कविता :- 20(61)

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2061-18072021-69.html

कविता :- 20(62)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2062-20072021-71.html

अंक - 70
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/70-19072021.html

https://online.fliphtml5.com/axiwx/lqem/

https://online.fliphtml5.com/axiwx/cfmn/
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कविता :- 20(63)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2063-20072021-71.html

अंक - 71
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/71-20072021.html

https://online.fliphtml5.com/axiwx/oyus/

https://imojo.in/AZsav0
अंक - 72
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/72-21072021.html

https://online.fliphtml5.com/axiwx/kifg/

https://imojo.in/APjFLC

https://imojo.in/AZsav0

कविता :- 20(64)

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2064-21072021-72.html

कविता :- 20(65)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2065-22072021-73.html

अंक - 73

http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/73-22-2021.html

कविता :- 20(66)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2066-23072021-75.html

अंक - 74
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/74-23-2021.html

मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान, भाग - 1
http://vishnews2.blogspot.com/2021/04/blog-post_95.html
मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान, भाग - 2

http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/2.html

मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान, भाग - 3

http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/3-2000-18052021-8.html

मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान, भाग - 4
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/4-03072021-54-2046.html

सम्मान पत्र
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/079.html


विश्‍व साहित्य संस्थान वाणी , अंक - 3
https://online.fliphtml5.com/axiwx/xdai/

अंक - 59
Thanks you
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जय माँ सरस्वती
अंक - 70 , 71 , 72 , 73 , 74 , 75
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दिनांक :- 19 जुलाई 2021 से 24 जुलाई 2021 तक
सोमवार से शनिवार तक
16 - 20 पंक्ति से अधिक रचनाएं व बिना मतलब के स्पेस ( अंतराल ) वाली रचनाओं को स्वीकृति नहीं किया जायेगा ।
शब्द सीमा - 300 - 350

सूचना - साहित्य एक नज़र 🌅 पत्रिका में प्रकाशित करवाने हेतु सहयोग राशि -
एक रचना 16 - 20 पंक्ति अन्य विधा शब्द सीमा - 300 - 350 - 15 रुपये
एक महीना में दस अंक में दस रचनाएं
प्रकाशित करवाये मात्र - 120 रुपये में
आप किसी को जन्मदिन की शुभकामनाएं भी पत्रिका के माध्यम से दे सकते है ।
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Name :- Roshan Kumar Jha
सहयोग राशि जमा कर स्कीन शार्ट व रसीद 6290640716 पर भेजें ।

आपका अपना -
✍️ रोशन कुमार झा
मो - 6290640716
संपादक / संस्थापक
साहित्य एक नज़र 🌅
मधुबनी इकाई - মিথি LITERATURE ,
मिथि लिट्रेचर साप्ताहिक - मासिक पत्रिका ( मंगलवार ),
विश्‍व साहित्य संस्थान वाणी
( साप्ताहिक पत्रिका - मासिक पत्रिका )

अंक - 62 से 67
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सम्मान पत्र - 1 - 80
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सम्मान पत्र - 79 -
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खुशखबरी ! खुशखबरी ! खुशखबरी

🌅 साहित्य एक नज़र 🌅
( कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिका )
                की प्रस्तुति
  महाकाल काव्य वृष्टि
संपादिका - ज्योति सिन्हा
महाकाल काव्य वृष्टि संग्रह में आपकी रचनाएं सादर आमंत्रित है ।

भोलेनाथ पर लिखी हुई आप अपनी दो रचनाएं एक फोटो भेजें ।

पद्य 16 - 20 पंक्ति व गद्य विधा ( 250 - 300 शब्दों में होनी चाहिए )

इस काव्य संग्रह में सम्मिलित होने के लिए 55 रुपये का सहयोग करना होगा ।

सहयोग राशि जमा कर स्कीन शार्ट व रसीद
  94721 46101 पर भेजें ।

JYOTI SINHA ,       
UCO BANK, CLUB ROAD, MUZAFFARPUR, 
A/C NUMBER- 05750110054185,
IFSC- UCBA0000575

महाकाल काव्य वृष्टि संग्रह में सम्मिलित सभी सम्मानित साहित्यकारों को " काव्य नीलकण्ठ सम्मान " से सम्मानित किया जाएगा ।

रचना भेजने का अंतिम तिथि - 29 जुलाई 2021
प्रकाशित होने की दिनांक - 2 अगस्त 2021 , सोमवार

महाकाल काव्य वृष्टि संग्रह में सम्मिलित होने के लिए
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अंक - 1
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अजय नाथ शास्त्री
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बिहार
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‌★ मेरे सपनों की दुनिया ✍️ निधि शुक्ला

यूँ तो स्वप्निल दुनिया यथार्थ की दुनियां से बिल्कुल अलग होता है,यहाँ पर मनुष्य अपनी कल्पनाओं के ताने-बाने बुनकर स्वनिर्मित एक ऐसी अलग दुनियां का निर्माण करता है जहाँ अपने  मन-मस्तिष्क मे जो सोचता है और जिसे पूरा करने के लिए सर्वथा लालायित रहता है ,ऐसी ही दुनियां तो हमारी स्वप्नलोक कहलाती है ।आइये आज मैं आप सभी को अपनी इसी स्वप्नलोक की सैर कराती हूँ और इसके तीन महत्वपूर्ण खूबियों को आप सभी को बताती हूँ।
जैसा कि आप सभी  जानते हैं आज-कल मानवजाति के लिए एक संक्रमण काल चल रहा है,यहाँ मानव के जीवन से सस्ती मौत हो गयी है। दुनिया के हरेक कोने में मौत का तांडव किसी न किसी रूप में चल रहा है।दुनिया के विभिन्न देशों के पास परमाणु हथियारों जैसे अनगिनत खतनाक हथियारों का जकिरा है।व्यक्ति एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए हैं।  ऐसे में मेरे सपनों की दुनिया में अपनत्व,बंधुत्व ,इंसानियत, भाईचारे की एक कलकल धारा बहती होगी और "वसुधैव कुटुम्बकम" की  सोच सार्थक हो रही होगी।
दुनिया में आदिकाल से ही लिंगनात्मक,नस्लात्मक,
धार्मिक, सम्पदायिक,जातिगत  अमीरी-गरीबी का भेदभाव और वैमनस्यता फैली हुई है।मेरे सपनों की दुनिया में इन सभी का कहीं कोई स्थान नहीं होगा।सभी को समानता का अधिकार प्राप्त होगा ।सहिष्णुता की अविरल धारा चहुँओर बह रही होगी।महिलाओं और लड़कियों पर सामाजिक ताने-बाने और रूढ़िवादिता का कोई पहरा नहीं होगा।उन्हें सामाजिक कुत्सा का सामना भी नहीं करना पड़ेगा।कहीं भी उनपर लिंगनात्मक अत्याचार ,बलात्कार,
घरेलू -हिंसा  जैसे दुर्व्यवहार नहीं दिखेगा और उन्हें कालांतर में जैसे देवी के रूप में आदर सम्मान मिला था वही मेरे स्वप्नलोक में भी मिलेगी। मेरी सपनों की दुनियां में सम्पूर्ण पृथ्वी हरियाली से भरी होंगी।नदियों,झीलों  की शुद्ध कल-कल धारा अपनी मधुर आवाज से कानों में मिश्री घोल रही होंगी।पर्वतमालाओं और वादियों की मनमोहता हमारे मन-मस्तिष्क को प्रफुल्लित करें और शुद्ध हवाऐं ऐसे रागनी गा रही होंगी।चिड़ियों की चहचहाहट होंगी।वन और पालतू पशुओं की अटखेलियां हमें देखने को मिल रही होंगी। कुछ -कुछ ऐसा ही  है मेरा स्वप्नलोक जो आजके दुनियां से बेहद अलग और अपने आप मे  निराली है।

✍️ निधि शुक्ला

अंक - 1
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अजय नाथ शास्त्री
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बिहार
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नमन 🙏 :- साहित्य एक नज़र 🌅
कविता - आज की यात्रा

कल चले जायेंगे कोलकाता
अब कहाँ आयेंगे बीते हुए काल ,
करा लिए टिकट मधुबनी में
प्रेमी से मिलने आएं राजनगर
इसी बहाने घूम लिए
राजदरबार ।।

फल फूल निर्मल जल से
दिल की पूजा पाठ हुई
करूँ हमेशा उपकार ,
कुछ नया सोचा हूँ
करेंगे हम खुद रोशन कुमार ।।

✍️  रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :- 6290640716, कविता :- 20(64)
रामकृष्ण महाविद्यालय, मधुबनी , बिहार
21/07/2021 ,  बुधवार
, Roshan Kumar Jha ,
রোশন কুমার ঝা
साहित्य एक नज़र  🌅 , अंक - 72
Sahitya Ek Nazar
21 July 2021 ,  Wednesday
Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর
विश्‍व साहित्य संस्थान / साहित्य एक नज़र 🌅
মিথি LITERATURE , मिथि लिट्रेचर

जुल्फें जालिम अठखेल करैं

जुल्फें तेरी घटाओं से कम नहीं
बिन मौसम बरसात करा दें ये
सूरज की रौशनी न परे चेहरे पे
बरगद जैसी छांव करा दें ये  ॥
जुल्फ से ढंका तेरा चेहरा हीं है
जो तन मन की प्यास बुझा दे
राहत की बात बता दूं तुम्हें मैं
तेरे जुल्फ का हीं दिवाना हूं मैं॥
उड़ती हैं तेरी जुल्फ हवाओं से
हवाओं को क्या खबर भी है
अंगुलियों पर रहम बरसती है
तेरी जुल्फों के लहराने से  ॥
सजाती हो जब जुल्फें अपनी
चमेली के गजरे से तुम
खुला निमंत्रण हवाओं का होता
संग साथ उड़ जाने को  ॥
जुल्फें जालिम अठखेल करैं
उर के तार जगा जातें
कृष्ण के उर बेचैन रे गोरी
जुल्फें तेरी जब अदा दिखातेें॥
बहे जब जब पूर्वा व्यार
जुल्फें तेरी उड़ उर पर मचलें
देख कर यह संयोग रे गोरी
कृष्ण के उर में उमंगें लहरें  ॥

✍️ कृष्ण कुमार महतो

। एक गीत।

इस  शराबी  नज़र  को  संभालो  ज़रा ।       
ज़ख़्म दर ज़ख़्म हम पर किए जा रही ।।
बेकरारी  कहाँ  खो  गई आप की ,    
चैन दिन में नहीं  रैन में सुख नहीं ,
पागलों की तरह तुम निहारा करो ,
बैन मुख में नहीं नैन निंदिया नहीं ,
कोर  काजल कि  तिरछी  संभालो ज़रा ।
ज़ख़्म दर  ज़ख़्म हम पर  किए जा रही ।।
मोर सी चाल अब क्यों बहकने लगी ,
बोलती  भी  नहीं  डोलती  भी  नहीं ,
कूँक पिक की तरह मैं सुना था कभी ,
खोलती  मुख  नहीं घोलती रस नहीं ,
आज  चितवन  अनोखी  संभालो  ज़रा ।
ज़ख़्म  दर ज़ख़्म  हम पर किए जा रही ।।
चाँद सा मुख चमकता शिकायत नहीं ,
सुर्ख  दोनों  कपोलों कि  छवि नेक है ,
होंठ  दोनों  खुलें   पंखुड़ी  की   तरह ,
पर  झलकता  वहीं नेक  तिल एक है ,
घूमती    दो    पुतलियाँ   संभालों   ज़रा ।
ज़ख़्म  दर ज़ख़्म  हम पर  किए जा रही ।।
वार  सीधे  करें  घाव   तिरछे   लगें ,
रिष  रहा स्वेद  सा रक्त  हर एक से ,
उठती-गिरती पलक अब ठिठक सी गई ,
अश्क दोनों "सजल" बह रहे नेक से ,
आँख   कातिल   हुई  अब  संभालो  ज़रा ।
ज़ख़्म  दर  ज़ख़्म  हम पर  किए जा  रही ।।

✍️ रामकरण साहू "सजल"
बबेरू (बाँदा) उ०प्र०

परम् आदरणीय भाई साहब सादर यह गीत प्रकाशन हेतु है कृपया प्रकाशित करने का कष्ट करें तथा फोटो आपके पास है धन्यवाद।


Dear Roshan Kumar Jha,

This is with reference to your application as publishing agency "Sahitya Ek Nazar". Kindly click on following link to verify your email id and register with us .
Click here to verify

Regards
Raja Rammohun Roy National Agency for ISBN


Dear Roshan Kumar Jha,
Your registration with Raja Rammohun Roy National Agency for ISBN is successfull. You will get your login credentials on mail after approval by the ISBN Agency

Regards
Raja Rammohun Roy National Agency for ISBN


[22/07, 16:30] +91 : *प्रमाणपत्रक क्रमांक* (बैच : 169, उत्तीर्ण दिनांक : 21 - 07 - 2021) 


सर्व श्री/श्रीमती/सुश्री 


4344) विजय लक्ष्मी कुमारी 

4345) विनीता परमार 

4346) आरुषी कुमारी 

4347) मुस्कान झा 

4348) मानसी झा 

4349) सीमा झा 

4350) खुशबू झा 

4351) नीरा सिंह 

4352) तापसी रानी 

4353) पुष्पा पाठक

*

4354) शुभम कश्यप 

4355) सोनेट कुमार 

4356) श्रद्धा 

4357) राहुल कुमार झा मैथिल 

4358) श्याम कुमार झा

*

4359) रोशन कुमार झा 

4360) सुभाष दत्त झा

[22/07, 16:31] +91  14806: *सब अपन - अपन* 


*प्रमाणपत्र क्रमांक :* 4359

*बैच संख्या  :* 169

*उत्तीर्ण दिनांक :* 21/07/2021


*अपना लग लिखि कऽ राखि लेब ।*

*मार्गदर्शक समूह १८* में सबगोटे कें स्वागत। एहि समूहक आरंभ अभियानीगणक बैच संख्या : १६५, प्रमाणपत्र क्रमांक : ४२५३ सं भेल अछि। एहि सं पहिलुक १७ टा मार्गदर्शक समूहक प्रवीण अभियानीगणक विवरण निम्न प्रकारें अछि 👇


*०१) मार्गदर्शक समूह ०१ : -*


बैच संख्या : ०१ सं २५ तक 

प्रमाणपत्र क्रमांक : ०१ सं २५८ तक


*०२) मार्गदर्शक समूह ०२ : -*


बैच संख्या : २६ सं ३९ तक 

प्रमाणपत्र क्रमांक : २५९ सं ५११ तक


*०३) मार्गदर्शक समूह ०३ : -*


बैच संख्या : ४० सं ५४(१) तक 

प्रमाणपत्र क्रमांक : ५१२ सं ७५७ तक


*०४) मार्गदर्शक समूह ०४ : -*


बैच संख्या : ५४(२) सं ६३ तक 

प्रमाणपत्र क्रमांक : ७५८ सं १००१ तक


*०५) मार्गदर्शक समूह ०५ : -*


बैच संख्या : ६४ सं ७७(१) तक 

प्रमाणपत्र क्रमांक : १००२ सं १२५५ तक


*०६) मार्गदर्शक समूह ०६ : -*


बैच संख्या : ७७(२) सं ८९(१) तक 

प्रमाणपत्र क्रमांक : १२५६ सं १५०० तक


*०७) मार्गदर्शक समूह ०७ : -*


बैच संख्या : ८९(२) सं १०० तक 

प्रमाणपत्र क्रमांक : १५०१ सं १७४८ तक


*०८) मार्गदर्शक समूह : ०८ :-*


बैच संख्या : १०१ सं १११ (१) तक 

प्रमाणपत्र क्रमांक १७४९ सं २००३ तक


*०९) मार्गदर्शक समूह : ०९ :-*


बैच संख्या : १११(२) सं ११८(१) तक 

प्रमाणपत्र क्रमांक २००४ सं २२५० तक 


*१०) मार्गदर्शक समूह : १० :-*


बैच संख्या : ११८(२) सं १२३(१)  तक

प्रमाणपत्र क्रमांक : २२५१ सं २५०० तक 


*११) मार्गदर्शक समूह : ११ :-*


बैच संख्या : १२३(२) सं १२७(१) तक

प्रमाणपत्र क्रमांक : २५०१ सं २७५० तक 


*१२) मार्गदर्शक समूह : १२ :-*


बैच संख्या : १२७(२) सं १३१(१) तक

प्रमाणपत्र क्रमांक  : २७५१ सं ३००१ तक 


*१३) मार्गदर्शक समूह : १३ :-*


बैच संख्या : १३१(२) सं १३५(१) तक

प्रमाणपत्र क्रमांक : ३००२ सं ३२४८ तक


*१४) मार्गदर्शक समूह : १४ :-*


बैच संख्या : १३५(२) सं १४० तक

प्रमाणपत्र क्रमांक : ३२४९ सं ३४९४ तक


*१५) मार्गदर्शक समूह : १५ :-*


बैच संख्या : १४१ सं १४७ तक  

प्रमाणपत्र क्रमांक : ३४९५ सं ३७५६ तक 


*१६) मार्गदर्शक समूह : १६ :-*


बैच संख्या : १४८ सं १५५

प्रमाणपत्र क्रमांक : ३७५७ सं ४०००


*१७) मार्गदर्शक समूह : १७ :-*


बैच संख्या : १५६ सं १६५ 

प्रमाणपत्र क्रमांक : ४००१ सं ४२५२


*१८) मार्गदर्शक समूह : १८ :-*


*बैच संख्या : १६५*

*प्रमाणपत्र क्रमांक : ४२५३*


*अनंत अभिनंदन सबगोटे कें*


सादर

*मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान*

उपक्रम : मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (रजि.)


*नोट : बैच संख्या १६९ के , सबहक प्रमाणपत्र क्रमांक एतय प्रेषित होयत ।*




*एक सय उनहत्तरम बैचक परिणाम प्रस्तुत अछि*👇

॥ मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान ॥

उपक्रम : मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (रजि.) त्रैमासिक
**************************************

परिणाम : मिथिलाक्षर प्रवीण
आॅनलाइन विद्यालय क्रमांक : ०४, ०५ एवं ४८                
**************************************

सूची : 169 ( एक सय उनहत्तरम बैच )

22 अप्रैल 2021 सँ 21
जुलाई , 2021
**************************************

सर्व श्री / श्रीमती / सुश्री

01) विजय लक्ष्मी कुमारी
02) विनीता परमार
03) आरुषी कुमारी
04) मुस्कान झा
05) मानसी झा
06) सीमा झा
07) खुशबू झा
08) नीरा सिंह
09) तापसी रानी
10) पुष्पा पाठक
*
11) शुभम कश्यप
12) सोनेट कुमार
13) श्रद्धा
14) राहुल कुमार झा मैथिल
15) श्याम कुमार झा
*
16) रोशन कुमार झा
17) सुभाष दत्त झा

**************************************
*परीक्षक :*
सर्व श्री/श्रीमती/सुश्री

संरक्षिका महालक्ष्मी कुमारी ४४/८१

संरक्षक नरेश दास ३०/४५ :       9017822666
संरक्षक अश्विनी कुमार चौधरी ७१/१३४ : 9431367506
**************************************

अत्यन्त प्रसन्नताक संग जानकारी देल जा रहल अछि जे  मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (रजि.) पत्रिका के माध्यम सँ " आहाँ सबकेँ "मिथिलाक्षर प्रवीण" उपलब्धिक लेल सम्मानित कयल जा रहल अछि । प्रमाण -पत्रक  संग संग आबयवाला सम्मान समारोह मे अपने लोकनि सम्मानित हेबैक।
सिखैत रहू । सिखाबैत रहू ।

**************************************
सबगोटे केँ अभिनंदन ।
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻
जय जगैत मिथिलाक्षर ।
जय जगैत मिथिला
**************************************

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1344149775979234&id=100011526731204&sfnsn=wiwspmo


मिथिलाक्षर सा. अ. मार्ग . 18
व्हाट्सएप ग्रुप
में आज जोड़ड़ गेल ।

[21/07, 22:50] +91  14806: स्वागत सबगोटे कें
[21/07, 22:53] +91  02417: सब नब प्रवीण के मार्गदर्शन समुह पर स्वागत अछि💐💐💐💐💐
[21/07, 22:57] +91  06645: 🙏🙏
[21/07, 23:03] +91  67878: स्वागत सब नव प्रवीण लोकनिकेँ💐💐💐💐💐
[21/07, 23:11] +91  14806: *एक सय उनहत्तरम बैचक परिणाम प्रस्तुत अछि*👇

॥ मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान ॥

उपक्रम : मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (रजि.) त्रैमासिक
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परिणाम : मिथिलाक्षर प्रवीण
आॅनलाइन विद्यालय क्रमांक : ०४, ०५ एवं ४८                
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सूची : 169 ( एक सय उनहत्तरम बैच )

22 अप्रैल 2021 सँ 21
जुलाई , 2021
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सर्व श्री / श्रीमती / सुश्री

01) विजय लक्ष्मी कुमारी
02) विनीता परमार
03) आरुषी कुमारी
04) मुस्कान झा
05) मानसी झा
06) सीमा झा
07) खुशबू झा
08) नीरा सिंह
09) तापसी रानी
10) पुष्पा पाठक
*
11) शुभम कश्यप
12) सोनेट कुमार
13) श्रद्धा
14) राहुल मैथिली
15) श्याम कुमार झा
*
16) रोशन कुमार
17) सुभाष दत्त झा

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*परीक्षक :*
सर्व श्री/श्रीमती/सुश्री

संरक्षिका महालक्ष्मी कुमारी ४४/८१

संरक्षक नरेश दास ३०/४५ :       9017822666
संरक्षक अश्विनी कुमार चौधरी ७१/१३४ : 9431367506
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अत्यन्त प्रसन्नताक संग जानकारी देल जा रहल अछि जे  मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (रजि.) पत्रिका के माध्यम सँ " आहाँ सबकेँ "मिथिलाक्षर प्रवीण" उपलब्धिक लेल सम्मानित कयल जा रहल अछि । प्रमाण -पत्रक  संग संग आबयवाला सम्मान समारोह मे अपने लोकनि सम्मानित हेबैक।
सिखैत रहू । सिखाबैत रहू ।

**************************************
सबगोटे केँ अभिनंदन ।
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻
जय जगैत मिथिलाक्षर ।
जय जगैत मिथिला
**************************************
[21/07, 23:11] +91  14806: *एक टा बाद ध्यान देब जे आब आहाँ सबकेँ इएह मार्गदर्शक  समूह मुख्य समूह रहत, आगुक सब प्रक्रिया, निर्देश व मार्गदर्शन आहाँ सबके एतहि सँ भेटत संगहि एतहि सँ सबटा रेकार्ड राखल जाइत छैक, तें मात्र कम स कम एहि  एकटा समूह मे आहाँ सब बनल रहब, अभियान मे बनल रहय के लेल ई अनिवार्यता छैक । बाकी अभियानक कोनो समूह पर आहाँ सब रही वा नञि रही से आहाँ सबहक स्वेच्छा पर निर्भर छैक, अर्थात कोनो बाध्यता नञि।*

*सादर*
*मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान*

------
मिथिलाक्षर साक्षरता आ. 48

[19/07, 13:08] 506: एखन धरि जे सब अपन उत्तरपुस्तिका भेजलाह अछि से निम्नांकित अछि :-
1. रोशन कुमार झा
2. सुभाष दत्त झा
[21/07, 12:32] +91  67506: *समूह - 48*
*********
**************************************
*बैच-169*
*(दि• 22.04.2021 सँ दि• 21.07.2021 तक)*
*मिथिला विभूति पं. अजय नाथ झा शास्त्री (संरक्षक) /संस्थापक*
******************
**************************************
*1)उत्कृष्ट संरक्षक श्री कृष्णकान्त झा-8/8/5*.
*2)संरक्षक श्री शंकरनाथ मिश्र-13/122 🔯*
*3)संरक्षक श्री अश्विनी कुमार चौधरी-71/134*
*4)संरक्षक श्री दिलीप कुमार झा -53/157*
*************************
*************************
*1)श्री जयपाल 100-निर्देशक*
*2)श्री ललित झा 106-निर्देशक*
*************************
************************
*1)मार्गदर्शक श्री स्वतंत्र कुमार 130*
*2) मार्गदर्शक श्री रितेश कुमार 141*
*3) मार्गदर्शक श्री कमल किशोर सिंह 119*
*************************
उच्च वर्गक परीक्षा मे सम्मिलित परीक्षार्थी एवं हुनकर प्रप्तांक :-
*************************
*************************
क्रमांक  नाम   प्राप्तांक   मो०न०
*************************
1.रोशन कुमार    72
6290640716
2.सुभाष दत्त झा  92
62196

*************************
*************************
समस्त उत्तीर्ण परीक्षार्थी के हार्दिक अभिनन्दन और बहुत बहुत वधाई। आहां सब मिथिलाक्षर प्रवीण भेलहु।
💐🌻🌹💐
************************
************************
मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान टीम आहां सब से आशा करैत अछि जे मिथिलाक्षर पुनः प्रचलन मे कोना आओत ताहि दिशा मे अपन योगदान दैत रहब संगे आहां सबहक उज्ज्वल भविष्य के मंगलकामना करैत अछि।
*************************
*************************
मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश(रजि०)  त्रैमासिक पत्रिका द्वारा संचालित
*"मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान"*
**************************************************
[21/07, 12:33] दिलीप सर जी मैथिली: सब नब प्रवीण के हार्दिक बधाई एवम शुभकामना💐💐💐💐💐
[21/07, 14:17] +91  62196: अहा  सभी के निक निर्देश  सॅ हम उत्तीर्ण  भ गेल।  माननीय  श्री अजय नाथ शास्त्री  जी के  सुयोग्य  निर्देश लेल  कोटिशः धन्यवाद और आभार। अहा सभ के निक निर्देश   सॅ निक काज करके होवत छे।त्रैमासिक  पत्रिका  लेल हमर धन्यवाद  छी।अहा सभी कय बधाई। अपना के नेक  काज लाल बधाई।
[21/07, 15:16] +91  18301: समस्त नव प्रवीण के हार्दिक शुभकामना संग बहुत बहुत बधाई 💐💐
[21/07, 15:24] कमल मिथिला: समस्त नव प्रवीण के हार्दिक शुभकामना आ बधाई 💐💐
[21/07, 15:30] Roshan Kumar Jha, रोशन: मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान के समस्त  सम्मानित पदाधिकारी के सादर आभार 🙏 , अहाँ सभ अप्पन सहयोग सँ मिथिलाक्षर सीखेनोऊ 🙏💐
[21/07, 18:13] +91  99287: दुनु नव मिथिलाक्षर प्रवीण के बहुत-बहुत बधाई संग शुभकामना💐💐
[21/07, 18:38] +91  67506: ।। *स्वैच्छिक संकल्प* ।।
**************************************

समस्त प्रवीणजनकें अभिनंदन।
आहां सभ मात्र मिथिलाक्षरक जानकार नहिं भेलौंह अछि , बल्कि *मिथिलाक्षर प्रवीण* भेलौंह अछि , आ ताहि लेल कोन प्रकारें आहां सभकें प्रशिक्षित कयल गेल , से आहां सभ भली-भांति जनैत छी , अर्थात ई दू-चारि-सात दिन वाला कोनो कार्यशाला नहिं छलैक जतय मिथिलाक्षरक थोड़-बहुत जानकारी दऽ एकटा प्रमाणपत्र व प्रशस्तिपत्र दऽ देल जाइत छैक , तथापि ताहू केर हम कोनो आलोचना नहिं करैत छी , कम स कम मिथिलाक्षर सं परिचय तऽ कराओल जाइत छैक ने , एतय बस हम एकटा तुलनात्मक दृष्टिकोण में से चर्चा कयलौंह , कहय केर तात्पर्य ई जे आहां सभ प्रायः पुरा परिपक्वताक संग मिथिलाक्षर सिखलौंह , जेना एकटा शिक्षक कें प्रशिक्षित कयल जाइत छैक , तहिना आहां सभकें प्रशिक्षित कयल गेल , ताहि लेल एतय मिथिलाक्षर प्रवीण कें *मिथिलाक्षरक अध्यापकक* संज्ञा देल जाइत छैक।

तऽ जेना कि आहां सभकें ज्ञात होयत जे हमरा लोकनि विपरीत धारा केर विरूद्ध नाव चला रहल छी , तात्पर्य ई जे मैथिली सांवैधानिक भाषा होबय केर वावजूद , मातृभाषा केर अनिवार्य प्राथमिक पढ़ाई  संविधान प्रदत्त होबय केर वावजूद सभ राज्य सरकार हमरा सभकें अपन मातृभाषा-मातृलिपि सं वंचित रखलक , तें अपन मातृलिपि केर बचाबय केर लेल हमरा लोकनि स्वयं बीड़ा उठौने छी , कारण जं सरकार चाहय आ विद्यालय में एकरा स्थान दय दैक तऽ बहुत जल्दी आसानी सं मिथिलावासी एकर व्यवहार में आनि देथिन , मुदा सैऽह तऽ कोनो राज्य सरकार नहिं कहियो होबय देलक , ताकि मैथिली केर अस्तित्व समाप्त भय जाय आ सब मात्र थोपल गेल भाषा केर धऽ कऽ रहैथ , हमरा सबहक मिथिलाक्षर व मैथिली केर उठय नहिं देलक , फलतः हमरा लोकनि अपना सबहक बदौलत एकरा पुनर्स्थापित आ व्यवहृत करब से ठनने छी , तऽ ताहि लेल हमरा सभकें तद्जन्य कर्त्वय सेहो करय पड़त। तऽ ताहि केर परिप्रेक्ष्य में जं हमरा लोकनि मात्र किछु कर्त्वय प्रत्येक मिथिलाक्षर प्रवीण अभियानी पुरा करय केर ठानि ली , तऽ क्रमशः बहुत जल्दी हमसभ अपन लक्ष्य केर प्राप्ति कय लेब , आ ई सिलसिला चलि चुकल छैक एवं झटकारैत हमरा लोकनि अपन लक्ष्य केर तरफ बढ़ि रहल छी ।

*बस प्रत्येक मिथिलाक्षर प्रवीण अभियानी अपना मोन में ई ठानि लिअ जे हम कम सऽ कम एक सय अपन सम्पर्कित मिथिलावासी कें कोनो तरहें मिथिलाक्षर सिखायब , भले ही ताहि लेल समय आहां अपन सुविधानुसार निकालू आ कोनो विशेष समय-सीमा केर दबाब सेहो नहिं रहत , मुदा मोन में ई जरुर निश्चय कय लिअ कि हमरा कम स कम एकसय गोटे कें मिथिलाक्षर केर जानकार बनाबय केर अछि । एहि लेल आहां लग कएक टा विकल्प अछि , जेना एहि अभियान में जोड़ि सकैत छी , जं समय अछि तऽ अपना स्तर सं कोनो कार्यशाला लगा अथवा आसपड़ोसक मिथिलावासी कें बजा छुट्टी में स्वयं सिखा सकैत छी , अथवा सिखाबय केर कोनो अन्य रास्ता निकालि सिखा सकैत छी , जेना जे होय जं प्रत्येक मिथिलाक्षर प्रवीण अभियानी स्वाभिमानपुर्वक स्वरूचि सं ई कर्तव्य निर्धारित कय लेब जे हमरा एक सय गोटे कें मिथिलाक्षर केर जानकार बनाबय केर अछि , तऽ आसानी सं ई कार्य भऽ जायत आ संकल्प मात्र सं तकर राह निकलि जायत।*

ताहि लेल हम एकटा मिथिलाक्षर प्रवीण कें एक सय गोटे मिथिलाक्षर केर जानकार केर रुप में गिनैत छी , आ ई प्रायः औसत में पुरा सेहो भऽ रहल अछि। आशानुरूप अंहूसब एहि कर्त्तव्य केर जरुर संज्ञान में लेब ‌।

जय पसरैत मिथिलाक्षर
पुनः अनंत अभिनंदन सबगोटे कें

सादर
*मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान*
*************************************

*नोट* : ई एकटा स्वैच्छिक संकल्प अछि , अर्थात अभियान एहि लेल कोनो बाध्य नहिं करैत अछि , अपन सुविधानुसार एकरा पुर्ण वा आंशिक रुप सं शक्तिभरि  ग्रहण करब वा बिल्कुले नहिं ग्रहण करब , से सबटा आहांक स्वेच्छा पर निर्भर करैत अछि , अभियानक कोनो बंधन नहिं बुझब ।
[21/07, 18:38] +91  67506: अनंत अभिनंदन नवीन मिथिलाक्षर प्रवीणजन ,

आब आहां सब मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान के अभियानी बनलौंह, स्वागत सबगोटे कें। आहां सभ जे कियो अपन-अपन उद्गार ओ अनुभव प्रकट कय रहल छी, ताहि लेल सबगोटे कें साधुवाद। संगहि आहां सभकें ई जानकारी दी , जे अपन सबहक *मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान* के समूह फेसबुक पर सेहो अछि, तऽ जे सब फेसबुक पर छी, से सभ अपन ओहि समूह पर सेहो जुड़ू , ओतहु ई अपन उद्गार ओ अनुभव प्रकट करू , ताकि प्रेरित भऽ मिथिलाक्षर सिखय लेल अपन सबहक एहि अभियान सं बेसी सं बेसी मिथिलावासी जुड़ैथ। 👇

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सादर
*मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान*
[21/07, 22:45] +91  14806: *एक सय उनहत्तरम बैचक परिणाम प्रस्तुत अछि*👇

॥ मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान ॥

उपक्रम : मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (रजि.) त्रैमासिक
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परिणाम : मिथिलाक्षर प्रवीण
आॅनलाइन विद्यालय क्रमांक : ०४, ०५ एवं ४८                
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सूची : 169 ( एक सय उनहत्तरम बैच )

22 अप्रैल 2021 सँ 21
जुलाई , 2021
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सर्व श्री / श्रीमती / सुश्री

01) विजय लक्ष्मी कुमारी
02) विनीता परमार
03) आरुषी कुमारी
04) मुस्कान झा
05) मानसी झा
06) सीमा झा
07) खुशबू झा
08) नीरा सिंह
09) तापसी रानी
10) पुष्पा पाठक
*
11) शुभम कश्यप
12) सोनेट कुमार
13) श्रद्धा
14) राहुल मैथिली
15) श्याम कुमार झा
*
16) रोशन कुमार
17) सुभाष दत्त झा

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*परीक्षक :*
सर्व श्री/श्रीमती/सुश्री

संरक्षिका महालक्ष्मी कुमारी ४४/८१

संरक्षक नरेश दास ३०/४५ :       9017822666
संरक्षक अश्विनी कुमार चौधरी ७१/१३४ : 9431367506
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अत्यन्त प्रसन्नताक संग जानकारी देल जा रहल अछि जे  मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (रजि.) पत्रिका के माध्यम सँ " आहाँ सबकेँ "मिथिलाक्षर प्रवीण" उपलब्धिक लेल सम्मानित कयल जा रहल अछि । प्रमाण -पत्रक  संग संग आबयवाला सम्मान समारोह मे अपने लोकनि सम्मानित हेबैक।
सिखैत रहू । सिखाबैत रहू ।

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सबगोटे केँ अभिनंदन ।
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जय जगैत मिथिलाक्षर ।
जय जगैत मिथिला
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[21/07, 22:45] +91  14806: *नोट  : आब आहाँ सबकेँ मार्गदर्शक समूह मे जोड़ल जा रहल अछि , पुनः अभिनंदन ।*

*एक टा बाद ध्यान देब जे आब आहाँ सबकेँ जाहि मार्गदर्शक समूह मे जोड़ल जायत, सैऽह समूह आहाँ सबहक मुख्य समूह रहत, आगुक सब प्रक्रिया, निर्देश व मार्गदर्शन आहाँ सबके ओतहि सँ भेटत संगहि ओतहि सँ सबटा रेकार्ड राखल जाइत छैक, तें मात्र कम स कम  ओहि एकटा समूह मे आहाँ सब बनल रहब, अभियान मे बनल रहय के लेल ई अनिवार्यता छैक । बाकी अभियानक कोनो समूह पर आहाँ सब रही वा नञि रही से आहाँ सबहक स्वेच्छा पर निर्भर छैक, अर्थात कोनो बाध्यता नञि।*

*सादर*
*मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान*

अंक - 1
https://online.fliphtml5.com/axiwx/uxga/?1620796734121#p=3

अजय नाथ शास्त्री
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बिहार
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1343636402697238&id=100011526731204&sfnsn=wiwspmo

अंक - 72
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/72-21072021.html

https://online.fliphtml5.com/axiwx/kifg/

https://imojo.in/APjFLC

https://imojo.in/AZsav0

कविता :- 20(64)

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2064-21072021-72.html



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