साहित्य एक नज़र 🌅 , अंक - 79 , बुधवार , 28/07/2021 , आ. ज्योति सिन्हा जी के जोक
अंक - 79
जय माँ सरस्वती
साहित्य एक नज़र 🌅
कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिका
साहित्य एक नज़र अंक - 79 पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें -
https://imojo.in/3WR4wv
मात्र - 15 रुपये
https://online.fliphtml5.com/axiwx/sufi/
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/330630155366434/?sfnsn=wiwspmo
अंक - 79
28 जुलाई 2021
बुधवार
श्रावण कृष्ण 5
संवत 2078
पृष्ठ - 1
प्रमाण - पत्र - 4
कुल पृष्ठ - 5
सहयोगी रचनाकार व साहित्य समाचार -
1. आ. साहित्य एक नज़र 🌅
2. आ. महाकाल काव्य वृष्टि ( संपादिका - ज्योति सिन्हा जी )
3. आ. मौका - ए - वारदात क्राइम टीवी सीरियल मे अहम् भूमिका मे नज़र आयेगे शहर की उभरती हुई ऐक्ट्रेस डॉली कौशल , धर्मेंद्र झा, व कलाकार आर्टिस्ट बेताल केन - आ. राजेश पुरोहित जी , भवानीमंडी
4. आ. अमर सिंह राय जी , नौगांव, मध्यप्रदेश
5. आ. सुधीर श्रीवास्तव जी , गोण्डा, उ.प्र.
6. आ. रामकरण साहू "सजल" जी
बबेरू (बाँदा) उ०प्र०
7.आ. सीमा रंगा जी , हरियाणा
8. आ. प्रभात गौर जी
नेवादा जंघई प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
9. आ. रोशन कुमार झा
🏆 🌅 साहित्य एक नज़र रत्न 🌅 🏆
141. आ. अमर सिंह राय जी , नौगांव, मध्यप्रदेश
अंक - 79 , 28/07/2021
अंक - 80 , 81 , 82 , 83 , 84 , 85 , 86
के लिए रचनाएं व अन्य कलाओं सादर आमंत्रित -
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/336938744735575/?sfnsn=wiwspmo
अंक - 62 से 67
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/325876409175142/?sfnsn=wiwspmo
अंक - 70 , 71 , 72 , 73 , 74 , 75
के लिए रचनाएं व अन्य कलाओं सादर आमंत्रित -
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/330630155366434/?sfnsn=wiwspmo
हार्दिक शुभकामनाएं सह बधाई 🙏💐
रोशन कुमार झा
संस्थापक / संपादक
मो - 6290640716
साहित्य एक नज़र , मधुबनी इकाई
মিথি LITERATURE , मिथि लिट्रेचर
साप्ताहिक पत्रिका ( मासिक ) - मंगलवार
विश्व साहित्य संस्थान वाणी - गुरुवार
साहित्य एक नज़र 🌅 , अंक - 79
Sahitya Ek Nazar
28 July , 2021 , Wednesday
Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর
মিথি LITERATURE , मिथि लिट्रेचर / विश्व साहित्य संस्थान वाणी
सम्मान पत्र - 1 - 80
https://www.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/295588932203890/?sfnsn=wiwspmo
सम्मान पत्र - 79 -
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/308994277530022/?sfnsn=wiwspmo
फेसबुक - 1
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=819421092280633&id=100026382485434&sfnsn=wiwspmo
https://www.facebook.com/groups/1113114372535449/permalink/1163032154210337/
फेसबुक - 2
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=377904830427803&id=100046248675018&sfnsn=wiwspmo
https://www.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/337195938043189/?sfnsn=wiwspmo
साहित्य एक नज़र 🌅 की प्रस्तुति
ज्योति के जोक
फेसबुक - 1
https://m.facebook.com/groups/1113114372535449/permalink/1163114740868745/
फेसबुक - 2
https://www.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/337277368035046/?sfnsn=wiwspmo
लेखिका ✍️ ज्योति सिन्हा
मुजफ्फरपुर , बिहार
मूल्य :- 25 रुपये
🌅 साहित्य एक नज़र 🌅
कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिका
अंक - 79, बुधवार , 28 जुलाई 2021
श्रावण कृष्ण 5 , संवत 2078
रोशन कुमार झा
मो - 6290640716
साहित्य एक नज़र 🌅
कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिका
साहित्य एक नज़र अंक - 79 पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें -
https://imojo.in/3WR4wv
मात्र - 15 रुपये
https://online.fliphtml5.com/axiwx/sufi/
https://online.fliphtml5.com/axiwx/lyym/
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/330630155366434/?sfnsn=wiwspmo
अंक - 80 , 81 , 82 , 83 , 84 , 85 , 86
के लिए रचनाएं व अन्य कलाओं सादर आमंत्रित -
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/336938744735575/?sfnsn=wiwspmo
-----------------
रोशन कुमार झा
मो :- 6290640716
संस्थापक / संपादक
साहित्य एक नज़र 🌅 ,
Sahitya Ek Nazar , Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর
মিথি LITERATURE , मिथि लिट्रेचर / विश्व साहित्य संस्थान वाणी
आ. ज्योति झा जी
संपादिका
साहित्य एक नज़र 🌅 मधुबनी इकाई
মিথি LITERATURE , मिथि लिट्रेचर
साप्ताहिक - मासिक पत्रिका
आ. डॉ . पल्लवी कुमारी "पाम " जी
संपादिका
विश्व साहित्य संस्थान वाणी
( साप्ताहिक पत्रिका )
साहित्य एक नज़र 🌅
कोलकाता से प्रकाशित होने
वाली दैनिक पत्रिका का इकाई
अंक - 70
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/70-19072021.html
https://online.fliphtml5.com/axiwx/lqem/
https://online.fliphtml5.com/axiwx/cfmn/
https://roshanjha1301.myinstamojo.com/product/510078/-2021-6c0b1
कविता :- 20(63)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2063-20072021-71.html
अंक - 71
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/71-20072021.html
https://online.fliphtml5.com/axiwx/oyus/
https://imojo.in/AZsav0
अंक - 72
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/72-21072021.html
https://online.fliphtml5.com/axiwx/kifg/
कविता :- 20(64)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2064-21072021-72.html
कविता :- 20(65)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2065-22072021-73.html
अंक - 73
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/73-22-2021.html
https://online.fliphtml5.com/axiwx/anzs/
https://online.fliphtml5.com/axiwx/wtlo/
https://imojo.in/5nSgUU
https://online.fliphtml5.com/axiwx/anzs/
कविता :- 20(66)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2066-23072021-75.html
अंक - 74
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/74-23-2021.html
https://online.fliphtml5.com/axiwx/dcwz/
कविता :- 20(67)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2067-24072021-75.html
अंक - 75
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/75-24072021.html
https://online.fliphtml5.com/axiwx/pvsq/
कविता :- 20(68)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2068-25072021-76.html
अंक - 76
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/76-25072021.html
https://online.fliphtml5.com/axiwx/fnfv/
अंक - 77
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/77-26072021.html
https://online.fliphtml5.com/axiwx/bxwm/
कविता :- 20(69)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2069-26072021-77.html
अंक - 78
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/78-27072021.html
https://roshanjha1301.myinstamojo.com/product/650850/-78-27-2021-
https://online.fliphtml5.com/axiwx/xpkh/
कविता :- 20(70)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2070-27072021-78.html
अंक - 79
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/79-28072021.html
https://imojo.in/3WR4wv
https://online.fliphtml5.com/axiwx/sufi/
कविता :- 20(71)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2071-28072021-79.html
अंक - 80
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/80-29072021.html
कविता :- 20(72)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2072-29072021-80.html
अंक - 81
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/81-30072021.html
कविता :- 20(73)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2073-30072021-81.html
अंक - 82
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/83-31072021.html
कविता :- 20(74)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/07/2074-31072021-82.html
मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान, भाग - 1
http://vishnews2.blogspot.com/2021/04/blog-post_95.html
मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान, भाग - 2
http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/2.html
मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान, भाग - 3
http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/3-2000-18052021-8.html
मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान, भाग - 4
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/4-03072021-54-2046.html
सम्मान पत्र
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/079.html
सम्मान पत्र
प्रमाण पत्र संख्या - 146
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/84-2-2021-146.html
विश्व साहित्य संस्थान वाणी , अंक - 3
https://online.fliphtml5.com/axiwx/xdai/
अंक - 59
Thanks you
https://online.fliphtml5.com/axiwx/hsua/
जय माँ सरस्वती
अंक - 70 , 71 , 72 , 73 , 74 , 75
के लिए रचनाएं व अन्य कलाओं सादर आमंत्रित -
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/330630155366434/?sfnsn=wiwspmo
सम्मान पत्र - 1 - 80
https://www.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/295588932203890/?sfnsn=wiwspmo
http://vishnews2.blogspot.com/2021/05/blog-post_24.html
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/36-15062021.html , अंक - 36
79 -
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/308994277530022/?sfnsn=wiwspmo
सम्मान पत्र - 79 - 145
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/079.html
सम्मान पत्र , प्रमाण पत्र संख्या - 146
अंक - 84 , महाकाल काव्य संग्रह
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/84-02-2021-146.html
, 02/08/2021 सोमवार
http://vishnews2.blogspot.com/2021/07/84-2-2021-146.html
माँ सरस्वती, साहित्य एक नज़र दैनिक पत्रिका मंच को नमन 🙏 करते हुए आप सभी सम्मानित साहित्य प्रेमियों को सादर प्रणाम 🙏💐।
साहित्य एक नज़र दैनिक पत्रिका में जिन - जिन रचनाकारों की पाँच रचनाएं प्रकाशित हुई हो और उन्हें साहित्य एक नज़र रत्न सम्मान से सम्मानित नहीं किया गया हो। वे अपना नाम व फोटो इस पोस्टर के कॉमेंट्स बॉक्स में प्रेषित करें ।। ताकि हर एक दिन एक एक रचनाकार को " साहित्य एक नज़र रत्न " सम्मान से सम्मानित किया जाएगा ।।
🏆 🌅 साहित्य एक नज़र रत्न 🌅 🏆
आपका अपना
रोशन कुमार झा
संस्थापक / संपादक
मो :- 6290640716
जय माँ सरस्वती
अंक - 80 , 81 , 82 , 83 , 84 , 85 , 86
के लिए रचनाएं व अन्य कलाओं सादर आमंत्रित -
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/336938744735575/?sfnsn=wiwspmo
दिनांक :- 29 जुलाई 2021 से 04 अगस्त 2021 तक
गुरुवार से बुधवार तक
16 - 20 पंक्ति से अधिक रचनाएं व बिना मतलब के स्पेस ( अंतराल ) वाली रचनाओं को स्वीकृति नहीं किया जायेगा ।
शब्द सीमा - 300 - 350
सूचना - साहित्य एक नज़र 🌅 पत्रिका में प्रकाशित करवाने हेतु सहयोग राशि -
एक रचना 16 - 20 पंक्ति अन्य विधा शब्द सीमा - ( 300 - 350 ) - 15 रुपये
एक महीना में दस अंक में दस रचनाएं
प्रकाशित करवाये मात्र - 120 रुपये में
आप किसी को जन्मदिन की शुभकामनाएं भी पत्रिका के माध्यम से दे सकते है ।
State Bank of India
Account Number :- 20357163357
IFSC code : SBIN0000144
Name :- Roshan Kumar Jha
सहयोग राशि जमा कर स्कीन शार्ट व रसीद 6290640716 पर भेजें ।
आपका अपना -
✍️ रोशन कुमार झा
मो - 6290640716
संपादक / संस्थापक
साहित्य एक नज़र 🌅
मधुबनी इकाई - মিথি LITERATURE ,
मिथि लिट्रेचर साप्ताहिक - मासिक पत्रिका ( मंगलवार ),
विश्व साहित्य संस्थान वाणी
( साप्ताहिक पत्रिका - मासिक पत्रिका )
अंक - 70 - 79
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/330630155366434/?sfnsn=wiwspmo
अंक - 62 से 67
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/325876409175142/?sfnsn=wiwspmo
सम्मान पत्र - 1 - 80
https://www.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/295588932203890/?sfnsn=wiwspmo
सम्मान पत्र - 79 -
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/308994277530022/?sfnsn=wiwspmo
-----------------
रोशन कुमार झा
मो :- 6290640716
संस्थापक / संपादक
साहित्य एक नज़र 🌅 ,
Sahitya Ek Nazar , Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর
মিথি LITERATURE , मिथि लिट्रेचर / विश्व साहित्य संस्थान वाणी
महाकाल काव्य वृष्टि ( संपादिका - ज्योति सिन्हा जी )
अब तक के चयनित रचनाकारों के नाम -
1. आ. राजीव भारती जी , पटना , बिहार
2. आ. गगन खरे क्षितिज जी , इन्दौर
3. आ. संगीता सागर जी , मुजफ्फरपुर , बिहार
4. आ. हंस राज सिंह हंस जी , प्रयागराज , उत्तर प्रदेश
5. आ. काली दास ताम्रकार जी ,
6. आ. रीता मिश्रा तिवारी जी
7. आ. भगवती सक्सेना जी
8. आ. केशरीसिंह रघुवंशी हंस जी
अशोकनगर , मध्यप्रदेश
9. आ. रामबाबू प्रसाद जी , मुजफ्फरपुर
10. आ. रोशन कुमार झा जी
11. आ. कृष्ण कुमार महतो जी
12. आ. ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम जी
13. आ. किरण सिंह जी , गोंडा
14. आ. ज्योति सिन्हा जी ,
15.आ. दीप्ति प्रिया जी
16. आ. कंचन कुमारी जी
17. आ. सृष्टि मुखर्जी , दरभंगा
18. आ. सुधीर श्रीवास्तव जी , गोण्डा, उ.प्र.
19. आ. ब्रम्हाकुमारी मधुमिता 'सृष्टि' पूर्णिया (बिहार)
मौका - ए - वारदात क्राइम टीवी सीरियल मे अहम् भूमिका मे नज़र आयेगे शहर की उभरती हुई ऐक्ट्रेस डॉली कौशल , धर्मेंद्र झा, व कलाकार आर्टिस्ट बेताल केन -
- आ. राजेश पुरोहित जी , भवानीमंडी
ग्वालियर :- आर्टिस्ट बेताल केन ने बताया कि जल्द ही आने वाले टीवी सीरियल में ग्वालियर के कई कलाकार नजर आएंगे सभी को कॉर्डिनेटिंग कर रहे मोनू पाराशर रिंकू पूरिया ने शहर के कलाकारों को दिया मौका । जुलाई और अगस्त मे टेलीकास्ट होने जा रहे क्राइम शो "मौका -ए-वारदात " मे डॉली कौशल ,धर्मेंद्र झा और राहुल बाउंसर ने किया शानदार अभिनय जिसमें डॉली कौशल नई नवेली दुल्हन "स्मृति" की भूमिका मे नज़र आयेंगी धर्मेन्द्र झा वार्ड बॉय की भूमिका मे दिखेंगे , वहीं राहुल बाउंसर अंधभक्त सेवक की भूमिका निभाते नज़र आएँगे और आर्टिस्ट बेताल केन पंडित कि भूमिका निभाते नज़र आएँगे ऐक्ट्रेस डॉली कौशल ने बताया कि उनका एक सपना हे सफल ऐक्ट्रेस बनना और अब उनके सफर की शुरुआत हो चुकी हे इस सपने के पीछे उनके माता - पिता की उम्मीदें भी जुड़ी हे वो ग्वालियर शहर का नाम गर्व से ऊँचा करना चाहती हे इससे पहले भी उन्होंने ग्वालियर शहर का नाम रोशन किया हे मध्यम वर्गीय फॅमिली के साथ जीवन - यापन कर रही डॉली कौशल से खास बातचीत मे रिपोर्टर बेताल केन को पता चला कि उन्होने और भी कई फिल्मो मे बेहतरीन भूमिकाएं निभाई हे लेकिन टीवी सीरियल मे ये उनका पहला कदम हे और अपनी एक्टिंग की दम पर टीवी सीरियल मे सफल भूमिका निभाती नज़र आएँगी मौका -ए-वारदात क्राइम शो मे और भी कलाकारों ने निभाई हे मुख्य भूमिका -
1.रिंकू पूरिया 2 राहुल बाउंसर 3 राहुल सिंह 4 सुमित शाक्य 5 आशीष चन्देल 6 जाग्रती 7 एमी 8 अंशु राठौर 9 निहारिका 10 आर्टिस्ट बेताल केन 11 आनंद केन। 12 दीपेंद्र बघेल 13 संजय भटीजा 14 रवी सोनी 15 प्रशांत 16 प्रियांशु 17 निखिल 18 श्याम वर्मा 19 कोलन्द पूरिया 20 अंकित माहौर 21 अतुल पवैया 22 पंकज शर्मा आदि।
🌷शिव और सावन🌷
सिद्धि साधना का, महीना है पावन।
शिव को समर्पित, शुभ मास सावन।
मनवाँछित शुभ फल, त्रिपुरारी देते।
खुश भोले भक्तों से, जल्दी हो लेते।
होतीं मुरादें सब पूरी मनभावन। शिव..
सर्वाधिक प्रिय पुष्प, दूर्वा समी पत्र।
कनक के फल फूल, और बेल-पत्र।
श्रृंगार भोले का लगता सुहावन। शिव..
कपर्दी श्रीकंठ का, कर लीजै ध्यान।
सावन शुभ सोमवार, मानते महान।
होती हृदय की हर कामना उद्भावन।शिव..
शिवार्चन रुद्राभिषेक, होता फलदायी।
श्रावण में मंत्र-ध्वनि, देती है सुनायी।
संहारी शंभु और वही अभिभावन। शिव..
आयुध शिव के चार, डमरू त्रिशूल।
मृग और परशु को, मत जाना भूल।
करो 'अमर' पिंडी, पूजन आप्लावन।
शिव को समर्पित, शुभ मास सावन।
✍️अमर सिंह राय
नौगांव, मध्यप्रदेश
🇮🇳 विजय दिवस 🇮🇳
************
बहुत गर्व है हमें
अपने जाँबाजों,रणबांकुरों पर
जिनके हृदय में हिंदुस्तान बसता है,
जिनका हौसला चट्टान सा
शरीर फौलाद सा
आत्मविश्वास हिमालय सा
और दुश्मनों के लिए
आँखों में अंगार जलता है।
आज विजय दिवस पर
हमारा अश्रुपूरित नमन है,
हमारे बाप भाई बेटे जो
माँ भारती की आन के लिए
शहीद हो दुनिया से विदा हो गये,
हमने उन्हें खोया जरूर है
मगर वे आज भी
हमारे दिलों में जिंदा हैं,
हमारा सीना फख्र से ऊँचा है
मगर एक कसक भी है,
इसीलिए आँखों में आँसू भी है।
हमने अपने जिगर के टुकड़ों को
दुश्मन के कुचक्र से खो दिया,
वो तो नीच पापी बेहया है,
मगर हमारी गंदी राजनीति में भी
कितनी हया है?
उन्हीं पर ऊँगलियाँ भी उठाते हैं,
जिनकी बदौलत सुख चैन
और राजनीति में अवसर भी बनाते हैं।
आज भी बहुत से ऐसे हैं
जो घड़ियाली आँसू बहाते
औपचारिकता के पुष्प चढ़ा
श्रद्धासुमन अर्पित करने में
सबसे आगे होंगे।
फिर भी हमें गर्व है
अपने उन जाँबाजों पर
जो ऐसे बेशर्मों की बेहयाई पर
ऊपर बैठे मुस्कुरा रहे होंगे,
हमारी दिल से श्रद्धांजलि
बड़े गर्व से स्वीकार कर रहे होंगे।
✍️ सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा, उ.प्र.
8115285921
©मौलिक, स्वरचित
------। एक नायाब ग़ज़ल । ------
था दर्द का शैलाब पर ज़िन्दा रहे ,
हम हुनर से बर्बाद पर ज़िन्दा रहे ।
घोषणा के शब्द में मिलते मसीहा ,
थी आरज़ू फरियाद पर ज़िन्दा रहे ।
दरियाव को भी बूँद में बाँटा गया ,
यह शबनमी सौगात पर ज़िन्दा रहे ।
अवसरों के बाद शोलों सा धधकते ,
अब स्वेद सा संवाद पर ज़िन्दा रहे ।
कुछ चाल सकुनी की यहाँ चलते रहे ,
समझे सभी परिवाद पर ज़िन्दा रहे ।
समता क़ायम हो"सजल"सी चाहें थी ,
न चाह हुई आवाद पर ज़िन्दा रहे ।
✍️ रामकरण साहू "सजल"
बबेरू (बाँदा) उ०प्र०
भक्ति भोले की
भक्ति कर ले भोले की बंदे
नैया पार तेरी हो जाएगी
भक्ति कर ले मेरे शंभू की
जीवन सफल तेरा हो जाएगा
भक्ति कर ले मेरे नीलकंठ की
जीवन से अंधेरा मिट जाएगा
भक्त बन जा तू शंकर का
उजियारा जीवन में छा जाएगा
याद कर ले तू माता पार्वती को
परिवार तेरा सफल हो जाएगा
छोड़ दे बंदे मोह माया को
दिखा दरियादिली भक्त बन जा तू
अरजी लगा दे तू अपनी
भोले को जिंदगी सफल
तेरी हो जाएगी
भक्ति कर ने भोले की बंदे
सीमा की तरह भक्त बन जा
✍️ सीमा रंगा
हरियाणा
नमन 🙏 :- साहित्य एक नज़र 🌅
कविता :- काम के बाद आराम
पहले करो काम ,
करके तमाम ,
तब करो आराम ,
फिर लो हरि का नाम ,
तब सुखमय बीतेगी
सुबह और शाम ।।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :- 6290640716, कविता :- 20(71)
रामकृष्ण महाविद्यालय, मधुबनी , बिहार
28/07/2021 , बुधवार
, Roshan Kumar Jha ,
রোশন কুমার ঝা
साहित्य एक नज़र 🌅 , अंक - 79
Sahitya Ek Nazar
28 July 2021 , Wednesday
Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর
विश्व साहित्य संस्थान / साहित्य एक नज़र 🌅
মিথি LITERATURE , मिथि लिट्रेचर
"बुजुर्गो का अनादर"
मेरी शाखाएँ मुझसे कहती,अब चुपचाप शान्त रहो!
मुझे गगन को छुने दो आप,मौन अल्प विराम रहो!!
जो क्यारी सीचीं मैंने कभी,थी अपनी लहू बहाकर!
जिसे संवारा फूल की तरह,धूप में पसीना बहाकर!!
जिसे सोच रहाँ था भविष्य,अपना बुढापे का सहारा!
जिसे समझता अपने अन्धे,नयनों का दीपक प्यारा!!
जिसे अपने सर बिठाकर,सारा गाँव कभी घुमाया था!
जिसे कभी अपने अधरों से,मीठी लोरी रात सुनाया था
जिसे जरा सी चोट आने पर,तुरन्त दवा लगाया था!
खुद के पाँव में छाले होते,पर उनकों जूते दिलाया था!!
भूल गयें बचपन का प्यार,भूल गये क्या थी औकात!
भूल गयें माँ बाप अब भूल,गयें वो खेत खलिहान!!
साँझ दीपक जलाया चन्द,रौशनी से घर जगमगाया!
शगर पे फल जो थे अपने,किसी की नजर पतझड़ बनाया!
जो झोपड़ी कभी मुझको महल नजर आती थी!
उसी के दिवारों में मुझे अपनों ने हैं अब दफनाया!!
किसी कुमिदीनी के आने से,घर में खुशहाली छायी!
अपने मात पिता को वृद्धाश्रम,छोड़कर अच्छी प्रीत निभाई!!
अब तो हम जो पलकों पे सदैव ,छाये रहते थे अपनों की तरह!
आज हम हो गये अपने ही घर में पराये,जैसे आसमां के बादल की तरह!!
✍️ प्रभात गौर
पता:- नेवादा जंघई प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)