साहित्य एक नज़र 🌅 अंक - 44 , बुधवार , 23/06/2021

साहित्य एक नज़र


अंक - 44
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अंक - 43
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अंक - 42
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जय माँ सरस्वती

साहित्य एक नज़र 🌅
कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिका
अंक - 44

रोशन कुमार झा
संस्थापक / संपादक
मो - 6290640716

आ. प्रमोद ठाकुर जी
सह संपादक / समीक्षक
9753877785

आ. ज्योति झा जी
संपादिका
साहित्य एक नज़र
मधुबनी इकाई


अंक - 44
23  जून  2021

बुधवार
ज्येष्ठ शुक्ल 14 संवत 2078
पृष्ठ -  1
प्रमाण पत्र -  7 - 8
कुल पृष्ठ -  9

मो - 6290640716

🏆 🌅 साहित्य एक नज़र रत्न 🌅 🏆
92. आ. देश दीपक जी
मनोनयन प्रमाण - पत्र
🏆🌅 मनोनयन                          प्रमाण - पत्र 🌅🏆
93. आ. ज्योति झा , संपादिका , मधुबनी इकाई

सम्मान पत्र - 1 - 80
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सम्मान पत्र - 79 -
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अंक - 45 से 48 तक के लिए इस लिंक पर जाकर सिर्फ एक ही रचना भेजें -
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अंक - 41 - 44

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अंक - 37 - 40
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अंक - 34 से 36
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मधुबनी इकाई
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फेसबुक - 1

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आपका अपना
रोशन कुमार झा
संस्थापक / संपादक
मो :- 6290640716
अंक - 44 ,  बुधवार
23/06/2021

साहित्य एक नज़र  🌅 , अंक - 44
Sahitya Ek Nazar
23 June 2021 ,  Wednesday
Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর

_________________

* बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति, पटना के द्वारा एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता , स्वैच्छिक रक्तदान जागरूकता एवं शिविर आयोजन सम्बंधित गतिविधियों को व्यापक रूप से प्रभावकारी बनाने हेतु रेड रिबन क्लब के पियर एजुकेटर का एक दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण 01 जुलाई - 10 अगस्त, 2021तक आयोजन किया जा रहा है|*

# इस ऑनलाइन प्रशिक्षण में सभी विश्वविद्यालय/संस्थान एवं महाविद्यालय से प्रति महाविद्यालय दो पियर एडुकेटर (प्राथमिकता के आधार पर एक पुरुष एवं एक महिला) को शामिल होना है|*

# प्रशिक्षण में शामिल होने वाले सभी पियर एजुकेटर को प्रमाण पत्र दिया जाएगा एवम प्रशिक्षण के उपरांत टेस्ट भी लिया जाएगा जिसमें प्रथम 500 स्थान पाने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा।*

# प्रशिक्षण में भाग लेने हेतु जल्द से जल्द संबंधित महाविद्यालय/संस्थान के राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर सह रेड रिबन क्लब के नोडल ऑफिसर से संपर्क करें।*

परिचय -
✍️ रामकरण साहू"सजल"
ग्राम-बबेरू ,जनपद - बाँदा , उत्तर प्रदेश , भारत
शिक्षा- परास्नातक
प्रशिक्षण- बी टी सी, बी एड, एल एल बी
संप्रति- अध्यापन बेसिक शिक्षा
सम्पर्क सूत्र-  8004239966

समीक्षा स्तम्भ - "लेखनी पंचकाव्य"

आज मैं उपस्थित हूँ समीक्षा के प्रथम चरण में श्री रामकरण साहू "सजल" जी की पुस्तक "लेखनी पंचकाव्य" लेकर जो लोकोदय प्रकाशन प्रा. लि. 65/44 शंकरपुरी, छितवापुर रोड़ लखनऊ से प्रकाशित है।
प्रथम चरण की समीक्षा में हम हमेशा बात करते है प्रकाशक की जैसे माँ बेटे को जन्म देती है। बैसे ही एक प्रकाशक रचनाकार के सृजन को एक पुस्तक का रूप देता है।  श्री रामकरण साहू "सजल" जी की ऐसी ही एक अदभुत पुस्तक "लेखनी पंचकाव्य" का रूप दिया लोकोदय प्रकाशन ने कल में चर्चा करूँगा इस अनमोल पुस्तक की जिसकों लोग पढ़ने के लिए लालायित है ऐसा क्या है इस पुस्तक में कल की समीक्षा में ज़रूर पढ़िये तब तक के लिये। राम-राम

समीक्षक -
✍️ आ. प्रमोद ठाकुर जी
सह संपादक / समीक्षक
9753877785

नमन मंच
अंक 43/44 हेतु
लघुकथा
शीर्षक-

स्वभाव , लघुकथा ✍️ प्रेम लता कोहली

मनुष्य का स्वभाव है कि वह शीघ्र ही आंतरिक और बाहरी परिस्थितियों से प्रभावित हो जाता है। कमल एक मेहनती और हंसमुख स्वभाव का व्यक्ति था। वह एक मध्यवर्गीय परिवार का बेटा था। माता पिता ने उसे बचपन से ही अच्छे संस्कार दिए थे। दूसरों की सहायता करना, नम्रता से बोलना और बड़ों का आदर सम्मान करना उसका स्वभाव था। उसने पढ़ लिख कर अपनी स्वयं की एक प्रिंटिंग प्रेस का काम शुरू किया और काम बहुत अच्छा चल निकला। उसने खूब धन भी कमाया और घर पर सब की जरूरतें आसानी से पूरा करता। वह अपने आप को सबसे खुशहाल मानता क्योंकि उसे एक अच्छी जीवनसाथी मिली थी। दो प्यारे- प्यारे बच्चे थे और माता पिता के साथ वह बहुत शांति और प्रेम से अपनी गृहस्थी चला रहा था।
पिछले साल ही करोना के कारण लॉक डाउन हुआ तो उसका कामकाज ठप्प पड़ गया। बूढ़े मां-बाप करोना की चपेट में आकर इस दुनिया से चले गए। छोटा बेटा भी अक्सर बीमार रहने लगा। घर में पड़ी जमा पूंजी भी अब समाप्त हो गई थी। मजबूर होकर उसकी पत्नी घर पर आस- पड़ोस के लोगों का सिलाई का काम करने लगी। वह भी आजकल जहां कहीं भी कोई भी काम मिलता  पकड़ लेता है ताकि घर चलता रहे। परंतु धीरे धीरे उसका स्वभाव बदल गया है अब वह चिड़चिड़ा और कमजोर रहने लगा है पहले जैसी मेहनत उसके बस की बात नहीं रही। परिस्थितियों ने उसे तोड़ दिया है। शायद अपने मेहनती होने के कारण ही वह अपने परिवार के जीवन को बचाए हुए है। उसके अच्छे स्वभाव की कमाई इज्ज़त दांव पर ज़रूर लगी है परन्तु आज उसी के कारण उसकी पत्नी को आसपास से काम मिलता है और उसकी पत्नी के शांत और सौम्य स्वभाव से ही घर संकट की घड़ी में भी चल रहा है। स्वभाव,व्यवहार अथवा अच्छे संस्कार या कर्म जीवन में सदैव काम आते हैं।

✍️ प्रेम लता कोहली

नमन मंच 🙏🙏 साहित्य एक नज़र
अंक :-43
दिनांक:- 21/6/2021
शीर्षक :-

हसरतें

बहुत हसरतें
थी उनकी
मेरे बदल
जाने की
मिन्नतों के
आगे उनकी
मेरे पिघल
जाने की।
पका घड़ा सा
जो मैं ठहरा
टूट कर बिखरा
मैं जर्रा जर्रा
अक्स ढूंढते रहे
वो जर्रे जर्रे में
न माया मिली,
न चाह हुई उनकी।
दोष उन्हें दूं
या ख़ुदको
समझ सके जो
ना मुझको
एक रंग चढ़
गया जो मुझ पे
है  फितरत
नहीं मेरी
नये रंग में
ढल जाने की।।

✍️ संतोष सिंह राजपुत
मेदिनीनगर, पलामु
झारखण्ड।।

शीर्षक:-*
कविता

एक छोटी सी रचना है,
एक कवि की
परिकल्पना है,
कविता दिलों की तार है,
कविता शब्दों का भंडार है,
कविता कवि की
वास्तविकता है,
कविता दिलों को
झकझोरता है ,
कविता मन की
अभिव्यक्ति,
कविता शब्दों की शक्ति है,
कविता मन की भक्ति है,
कविता शब्दों को पिरोती है,
कविता मन को संजोती है,
कविता प्रकृति को बल
खाती है,
शब्दों को परिकल्पना में
दर्शाती है,
कविता शब्दों की मेल है,
कविता मन का उमंग है,
कविता दिलों का तरंग है,
कविता दिलों को हंसाती है,
कविता दिलों को जगाती है,
कविता मन की भावना को
भी दर्शाती है,
कविता कवि के हंसी को
दर्शाती है,
कविता कवि के व्यथा को
भी बताती है,
कविता राष्ट्र का सम्मान है,
कविता एक कवि की छोटी
सी परिकल्पना है।

✍️ राजेश सिंह
(बनारसी बाबू)
उत्तर प्रदेश वाराणसी
8081488312

विषय- संघर्ष का वक़्त बीत जायेगा
दिनांक- 20 जून 2021

संघर्ष का वक़्त बीत जायेगा

संघर्ष का वक़्त बीत जायेगा
जब वक़्त, वक़्त पे
गुजर जायेगा
कष्ट से गुजरे हुए दिन
सूखे पत्ते की तरह
झर जायेंगे
गुपचुप चुभती थी
जो मुश्किलें
फिर से ख़ुशियाँ लायेंगी
कैसा भी हो वक़्त अपना
धीरज कभी मत हारना
नहीं अगर दौड़ सका तो
धीरे-धीरे ही वक़्त बिताना
वक़्त-वक़्त से मिलकर ही
जीवन का गम मिटायेगा
वक़्त का पहिया कभी
नहीं रुकता
चाहे हो संघर्ष का
चाहे हो आनन्द का
जब वक़्त का पहिया घूमेगा
संघर्ष के दिन हर वक़्त
के लिए मिट जायेंगे।

✍️ देश दीपक
ईश्वरपुर साई हरदोई
उत्तर प्रदेश
7897588165

# नमन मंच
साहित्य एक नज़र
अंक 41-44
प्रकाशन हेतु स्वरचित अप्रकाशित रचना
दिनांक 19-06-21
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

          "अश्क "

अश्क की भी क्या अजब,
भींगी-भींगी सी कहानी है l
पीड़ जब हद से घनेरी हो ,
स्वर्णरेखा सी सूख जानी है l
कोई जो प्यार से सहला दे ,
बदरा बन बरस जानी है l
टूटे दिल के हर ज़ख्मों से ,
रिस रहा इसी का पानी है l
ड़ूबोते ख्वाबों के शहर को ,
चल रहा राह मनमानी है l
पूछो तो इस बाबरी को ,
खुशियों में भी
छलक आनी है l
आँखों से उतर जाये तो ,
शर्म की चादर भी
हट जानी है l

✍️ भूपेन्द्र कुमार भूपी
8860465156
         नई दिल्ली

अंक - 57

🎁🎈🍰🎂🎉

शुभ जन्मदिन , Happy Birthday , শুভ জন্মদিন

🎁🎈🍰🎂🎉

सुप्रसिद्ध साहित्यकार -

आ. राजेश कुमार "तन्हा"
23rd जून
सुप्रसिद्ध साहित्यकार -

आदरणीय _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ जी

को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं सह बधाई.

🙏💐 🎁🌹🎈🎂🎉🍰

साहित्य एक नज़र
23 जून 2021 , बुधवार

नमन 🙏 :-  साहित्य एक नज़र 🌅

कुछ बातें थी कहने से डर गये ,
कोई मंजिल तक तो कोई
वापस घर गये ।
और कोई न घर , न मंजिल तक
वे बीच राह में ही बदल गये ,
छोड़ो हटाओ उन बातों को
देखो बीते हुए कल गये ।।

कहां भटके , कहां कहीं
हम आंचल गये ,
पता न कैसे अपनी चाह
में पड़ गये ।
सुख - दुख आएं फिर चल गये ,
पुरानी बातों की यादों
से फिर आज आँखों
में आँसू भर गये ।।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
रामकृष्ण महाविद्यालय, मधुबनी , बिहार
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
बुधवार , 23/06/2021
मो :- 6290640716,
कविता :- 20(36)
Roshan Kumar Jha , রোশন কুমার ঝা
साहित्य एक नज़र  🌅 , अंक - 44
Sahitya Ek Nazar
23 June 2021 ,   Wednesday
Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর

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आदरणीय डॉ .
अनिल जी आपको
जन्मदिन की
हार्दिक
शुभकामनाएं
कितने
साहित्यकारों को
आपने राह दिखाएं ।।
साहित्य जगत में
आप बड़ा
काम आएं ,
हमेशा आपके
जीवन में
खुशियां की
सवेरा ही
कभी न आपके
जीवन
में शाम आएं ।।

✍️ रोशन कुमार झा
अंक - 40 , शनिवार
19/06/2021

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अंक - 41 - 44

नमन :- माँ सरस्वती
🌅 साहित्य एक नज़र 🌅
कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिका
मो :- 6290640716

रचनाएं व साहित्य समाचार आमंत्रित -

अंक - 41 से 44 तक के लिए आमंत्रित

दिनांक - 20/06/2021 से 23/06/2021 के लिए
दिवस :- रविवार से बुधवार
इसी पोस्ट में कॉमेंट्स बॉक्स में अपनी नाम के साथ एक रचना और फोटो प्रेषित करें । एक से अधिक रचना भेजने वाले रचनाकार की एक भी रचना प्रकाशित नहीं की जायेगी ।।

यहां पर आयी हुई रचनाएं में से कुछ रचनाएं को अंक - 41 तो कुछ रचनाएं को अंक 42 , कुछ रचनाएं को अंक - 43 एवं बाकी बचे हुए रचनाओं को अंक - 44 में प्रकाशित किया जाएगा ।

सादर निवेदन 🙏💐
# एक रचनाकार एक ही रचना भेजें ।

# जब तक आपकी पहली रचना प्रकाशित नहीं होती तब तक आप दूसरी रचना न भेजें ।

# ये आपका अपना पत्रिका है , जब चाहें तब आप प्रकाशित अपनी रचना या आपको किसी को जन्मदिन की बधाई देनी है तो वह शुभ संदेश प्रकाशित करवा सकते है ।

# फेसबुक के इसी पोस्टर के कॉमेंट्स बॉक्स में ही रचना भेजें ।

# साहित्य एक नज़र में प्रकाशित हुई रचना फिर से प्रकाशित के लिए न भेजें , बिना नाम , फोटो के रचना न भेजें , जब तक एक रचना प्रकाशित नहीं होती है तब तक दूसरी रचना न भेजें , यदि इन नियमों का कोई उल्लंघन करता है तो उनकी एक भी रचना को प्रकाशित नहीं किया जायेगा ।

समस्या होने पर संपर्क करें - 6290640716

आपका अपना
✍️ रोशन कुमार झा
संस्थापक / संपादक
साहित्य एक नज़र 🌅

अंक - 41 से 44 तक के लिए इस लिंक पर जाकर सिर्फ एक ही रचना भेजें -
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अंक - 37 - 40
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अंक - 31 से 34
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सम्मान पत्र - साहित्य एक नज़र ( 1 - 80 )
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सम्मान पत्र ( 79 -

https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/308994277530022/?sfnsn=wiwspmo

आपका अपना
✍️ रोशन कुमार झा
संस्थापक / संपादक
साहित्य एक नज़र 🌅

_____________________

अंक - 41
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/41-20062021.html

कविता - 20(33)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2033-20062021-41.html

अंक - 42
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/42-21062021.html

कविता - 20(34)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2034-21062021-42.html

अंक - 43
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/43-22062021.html

कविता - 20(35)

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2035-22062021-43.html
अंक - 44
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/44-23062021.html
कविता - 20(36)

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2035-23062021-43.html

अंक - 37
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/37-16062021.html

कविता :- 20(29)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2029-15062021-37.html

अंक - 38
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/38-17062021.html

कविता :- 20(30)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2030-17062021-38.html

अंक - 39
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/39-18062021.html

कविता :- 20(31)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2031-18062021-39.html
अंक - 40
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/40-19062021.html

कविता :- 20(32)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2032-19062021-40.html

आंचल
अंक - 45

अंक - 44
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अंक - 43
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जय माँ सरस्वती

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23  जून  2021

बुधवार
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पृष्ठ -  1
प्रमाण पत्र -  7 - 8
कुल पृष्ठ -  9

मो - 6290640716

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सम्मान पत्र - 1 - 80
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सम्मान पत्र - 79 -
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अंक - 41 - 44

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आपका अपना
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अंक - 44 ,  बुधवार
23/06/2021

साहित्य एक नज़र  🌅 , अंक - 44
Sahitya Ek Nazar
23 June 2021 ,  Wednesday
Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর

_________________

अंक - 45

http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/45-24062021.html

कविता :- 20(37) , गुरुवार , 24/06/2021 , अंक - 45
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2037-24062021-45.html

अंक - 46
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/46-25062021.html

कविता :- 20(38)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2038-25062021-46.html
अंक - 47
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/47-26062021.html

कविता :- 20(39)

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2039-26062021-47.html

अंक - 48
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/48-27062021.html

कविता :- 20(40)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2040-27062021-48.html

अंक - 44
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/44-23062021.html
कविता - 20(36)

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2035-23062021-43.html









साहित्य एक नज़र

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